रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा कल से शुरू हो रही है. पुतिन इस यात्रा के दौरान भारत के साथ कई सैन्य समझौता कर सकते हैं. रूस के निचले सदन ड्यूमा ने भारत और रूस के साथ सैन्य समझौते को मंजूरी दे दी है.
पुतिन की यात्रा का पूरा प्लान
-पुतिन गुरुवार को शाम 6 बजे दिल्ली पहुंच सकते हैं
-रात में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ डिनर
-सुबह सवा 9 बजे राष्ट्रपति भवन में पुतिन का औपचारिक स्वागत होगा
-पुतिन राजघाट जाकर राष्ट्रपति महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे
-हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच वार्षिक समिट
-भारत मंडपम में भारत-रूस फोरम की बैठक होगी
-राष्ट्रपति भवन में प्रेसिडेंशियल बैंक्वेट
-पुतिन रूस के लिए रवाना होंगे.
पीएम मोदी देंगे पुतिन के लिए भोज
शाम को पीएम नरेंद्र मोदी 7 लोक कल्याण मार्ग पर शाम 7 बजे पुतिन के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे. 5 दिसंबर को रूसी राष्ट्रपति का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत होगा. पुतिन को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा.इसके बाद सुबह 10 बजे पुतिन राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे.
पुतिन- पीएम मोदी के बीच शिखर सम्मेलन
इसके बाद सुबह 11 बजे पुतिन और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच हैदराबाद हाउस में 23वीं शिखर बैठक होगी. इस बैठक के दौरान कारोबार, तकनीक, अंतरिक्ष और सामरिक सहयोग समेत कई मुद्दों पर बातचीत होगी. माना जा रहा है कि पुतिन के इस दौरे में कुछ अहम घोषणा हो सकती है. इसके बाद दोनों नेता संयुक्त बयान भी जारी करेंगे.
राष्ट्रपति भवन में भी भोज
इसके बाद पुतिन और पीएम मोदी का भारत-रूस बिजनेस फोरम को भी संबोधित करने का कार्यक्रम है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुतिन के सम्मान में 5 दिसंबर की शाम को रात्रि भोज देंगी. इसके बाद पुतिन भारत से लौट जाएंगे.
स्थानीय मीडिया में आईं खबरों के अनुसार, रूस की सरकारी परमाणु ऊर्जा कंपनी ‘रोसएटम' को रूसी सरकार की ओर से इस सहमति पत्र पर भारत के संबंधित अधिकारियों के साथ हस्ताक्षर करने के लिए अधिकृत किया गया है. यह कंपनी तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना के तहत कई रिएक्टर का निर्माण कर रही है.
रूसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने मंगलवार को भारतीय मीडिया से बातचीत में कहा कि रोसएटम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अलेक्सी लिगाचेव भारत जा रहे हैं और वह छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों के निर्माण समेत सहयोग के कई प्रस्तावों का एक विस्तृत विवरण नयी दिल्ली में होने वाली शिखर वार्ता में प्रस्तुत करेंगे.














