- विमान हादसे में जीवित बचे विश्वास कुमार रमेश अपने भाई अजय की अंतिम यात्रा में शामिल हुए.
- चेहरे पर चोटों और पट्टियों के साथ विश्वास ने अपने भाई के पार्थिव शरीर को कंधा दिया.
- विश्वास का भाई अजय 12 जून को विमान हादसे के दौरान उनके (विश्वास कुमार रमेश के) बगल में बैठे था.
एयर इंडिया विमान हादसा में जीवित बचे विश्वास कुमार अपने भाई की अंतिम यात्रा में शामिल हुए और इस दौरान भावुक हो गए. विश्वास कुमार रमेश बुधवार को अपने गृहनगर दीव पहुंचे, जहां पर वो अपने भाई अजय की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. उनके भाई अजय भी इसी विमान पर सवार थे. विश्वास का भाई अजय 12 जून को विमान हादसे के दौरान उनके (विश्वास कुमार रमेश के) बगल में बैठा था.
ब्रिटिश व्यवसायी विश्वास (40) को मंगलवार शाम अहमदाबाद के सिविल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. वह और अजय, दोनों दीव के मूल निवासी हैं, जो अपने परिवार से मिलने के बाद लंदन लौट रहे थे. चेहरे पर चोटों और पट्टियों के साथ विश्वास ने अपने भाई के पार्थिव शरीर को कंधा दिया. विश्वास का परिवार ब्रिटेन से पहले ही यहां पहुंच गया था.
दीव के रहने वाले विश्वास और अजय भारत में अपने परिवार के सदस्यों के साथ कुछ समय बिताने के बाद लंदन लौट रहे थे.
सोशल मीडिया पर आयी एक वीडियो में विश्वास श्मशान घाट में अपने भाई की अर्थी को कंधा देते हुए भावुक होते हुए नजर आए.
दुर्घटना के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिविल अस्पताल में विश्वास से मुलाकात की थी और उनका हालचाल पूछा था. इससे पहले दूरदर्शन को दिए एक साक्षात्कार में विश्वास ने बताया था कि विमान की लंदन के गैटविक हवाई अड्डे तक नौ घंटे की यात्रा थी लेकिन वह अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ सेकंड भीतर ही रुक गया था.
विश्वास के अनुसार, उनकी सीट 11ए विमान की बायीं ओर आपातकालीन निकासी द्वार के करीब थी. उन्होंने पत्रकारों को बताया था, ‘‘सौभाग्य से, विमान का वह हिस्सा जहां मैं बैठा था, विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद छात्रावास परिसर के भूतल पर गिर गया. जब मैंने देखा कि विमान का दरवाज़ा टूटा हुआ है, तो मैंने खुद से कहा कि मैं कोशिश करके बाहर निकल सकता हूं. आखिरकार, मैं विमान से बाहर आ गया.''