Lok Sabha Elections 2024: ओडिशा के गंजम (Ganjam) जिले के खल्लीकोट इलाके में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) के कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं में हुई झड़प में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, जबकि सात अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हिंसा बुधवार को देर रात में हुई. पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी. मृतक की पहचान जिले के खलीकोट पुलिस सीमा के अंतर्गत श्रीकृष्णासरनापुर गांव निवासी 28 साल के दिलीप पाहन के रूप में की गई. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर उग्र विरोध प्रदर्शन किया.
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को इस हिंसा की निंदा की. सीएम पटनायक ने अपने 'एक्स' अकाउंट पर पोस्ट किया, ''खल्लीकोट क्षेत्र में हिंसा की बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना से बहुत परेशान और दुखी हूं. हिंसा की ऐसी घटनाओं का हमारे लोकतंत्र और नागरिक समाज में कोई स्थान नहीं है. मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं. उस परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है जिसने अपने प्रियजन को खो दिया है और जो लोग घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. मुझे यकीन है कि पुलिस इस अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.''
घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) निकुंज बिहारी धल ने गुरुवार को गंजम जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को जिले में चुनाव पूर्व हिंसा पर नियंत्रण कर शांति स्थापित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया.
स्थानीय सूत्रों ने दावा किया कि हाल ही में सत्तारूढ़ बीजेडी छोड़ने के बाद बीजेपी में शामिल हुए दिलीप (मृतक) बुधवार देर रात श्रीकृष्णासरनापुर गांव में चुनाव प्रचार पोस्टर लगा रहे थे. बीजेडी के कुछ कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लगाने पर आपत्ति जताई तो दोनों पक्षों में झड़प हो गई. चुनाव पूर्व मारपीट में दिलीप समेत कई लोगों को गंभीर चोटें आईं.
दिलीप को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, बाद में उन्हें बेरहामपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. एमकेसीजी अस्पताल में इलाज के दौरान दिलीप ने दम तोड़ दिया.
बैद्य इस सीट से दोबारा चुनाव लड़ रही हैं. वहीं, बीजेपी ने पूर्व विधायक पूर्ण चंद्र सेठी को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है. निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए जिले में केंद्रीय बलों के 2,000 जवानों को तैनात करने का फैसला किया है.
पुलिस ने बताया कि मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जब पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने पुलिस दल पर हमला किया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों की रिहाई की मांग को लेकर भीड़ पुलिस थाने के बाहर एकत्रित हो गई. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज का इस्तेमाल करना पड़ा. भीड़ के हमले में कम से कम पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए.
पुलिस अधीक्षक जगमोहन मीणा ने कहा कि गांव और पुलिस थाने के पास अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और निषेधाज्ञा भी लागू की गई है. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, झड़प एक उम्मीदवार के पोस्टर लगाने को लेकर हुई और दोनों पक्षों ने लड़ाई में धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि घायल लोगों का सरकारी अस्पताल में इलाज जारी है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
खल्लीकोट विधानसभा अस्का संसदीय क्षेत्र में पड़ती है जहां विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए मतदान एक साथ 20 मई को होगा. खल्लीकोट सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए.
(इनपुट एजेंसियों से)