पंजाब (Punjab) के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर (Laljit Singh Bhullar) का एक वीडियो (Video) सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें दिख रहा है कि मंत्री कार के सनरूफ (Sunroof) पर बैठे हैं और उनके दो सुरक्षाकर्मी उस एसयूवी के दोनों ओर लटके हुए हैं. बिना तारीख वाले इस वीडियो में मंत्री हाथ हिलाते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में बैकग्राउंड में एक पंजाबी गाना सुनाई दे रहा है. लालजीत सिंह भुल्लर फोर्ड एंडेवर में हैं, उन्हें पंजाब पुलिस की दो मारुति जिप्सी एस्कॉर्ट कर रही हैं. एक सफेद बीएमडब्ल्यू कार उनके पीछे जाती हुई दिखाई दे रही है.
यह वीडियो तब शूट किया गया है जब मंत्री का काफिला खेतों के पास से नेशनल हाईवे से गुजर रहा है.
मंत्री के इस स्टंट की ट्विटर पर यूजर्स ने जमकर खिंचाई की है. सवाल उठाया गया है कि मंत्री अपने सुरक्षाकर्मियों की जान जोखिम में क्यों डाल रहे हैं?
कुछ यूजर्स ने यह भी कहा है कि कार की छत पर बैठकर यात्रा करना गैरकानूनी है. एक यूजर ने ट्वीट किया, "सिर्फ तीन महीने और उम्मीद के मुताबिक... ये रहे."
एक अन्य यूजर ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट पर कहा, "आप अपनी और दूसरों की जान जोखिम में क्यों डाल रहे हैं? पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर जी आप ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन क्यों कर रहे हैं और अपने सुरक्षाकर्मियों की जान जोखिम में डाल रहे हैं."
इस बीच मंत्री ने अपने बचाव में कहा कि वीडियो तीन महीने पुराना है जब आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब में भारी जीत हासिल की थी. इसे विपक्षी दलों ने वायरल कर दिया था.
मंत्री ने अपने ट्वीट में आगे कहा, "मैं इस देश का एक जिम्मेदार और कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं. यह मुझे बदनाम करने की साजिश है."
भुल्लर ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि इसे "गैर-जिम्मेदार विपक्षी दलों द्वारा वायरल किया गया था जो हमारे अच्छे काम को देखकर दहशत में हैं." उन्होंने कहा कि "मैं इस देश का एक जिम्मेदार और कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं. यह मुझे बदनाम करने की एक चाल है." उनके ट्विटर हैंडल @Laljitbhullar में वेरिफाइड टैग नहीं है, लेकिन पंजाब 'आप' के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट ने वायरल वीडियो के बारे में उनके स्पष्टीकरण को रीट्वीट किया है.
भुल्लर मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में नए मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले पहले 10 लोगों में शामिल थे. उन्होंने इस साल की शुरुआत में पंजाब विधानसभा चुनाव में पट्टी से प्रकाश बादल के दामाद आदिश प्रताप सिंह को 10,999 मतों के अंतर से हराया था.
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