T20 विश्व चैंपियन टीम इंडिया के स्वागत में जो नजारा मुंबई के मरीन ड्राइव पर गुरुवार को दिखा वो ये बताने के लिए काफी है कि हमारे देश में क्रिकेट प्रेमियों के लिए ये जीत कितनी बड़ी है. उस नजारे को देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों मरीन ड्राइव पर अपने चहेते क्रिकेटर्स की एक झलक पाने के लिए पूरी मुंबई ही उमड़ पड़ी है. जीत के जश्न और अपने आदर्श की एक झलक पाने तक तो सब कुछ ठीक है, लेकिन शुक्रवार सुबह मरीन ड्राइव से जो तस्वीरे सामने आ रही हैं वो गुरुवार शाम विक्ट्री लैप के दौरान एक बड़े हादसे के टलने का भी इशारा कर रही हैं. इन तस्वीरों में दिख रहा है कि मरीन ड्राइव पर सैंकड़ों की संख्या में फैन्स के चप्पल और जूते बिखरे पड़े हैं. मानों भीड़ के जुनून के आगे किसी ने इस बात पर ध्यान ही ना दिया हो कि इस भीड़ में कुछ ऐसे भी है जिनकी हालत अब खराब होने लगी है.
सात लोगों कि बिगड़ी तबीयत
खबर आ रही है कि गुरुवार शाम को जब टीम इंडिया को देखने के लिए फैंस का हुजुम मरीन ड्राइव पर उमड़ा था उस दौरान ज्यादा भीड़ होने के कारण कुछ लोगों की तबीयत भी बिगड़ी है. सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो भी वायरल हो रहे हैं जिसमे भीड़ के बीच में फैंस की तबीयत बिगड़ी दिख रही रही है. अभी तक की सूचना के अनुसार कल शाम विक्ट्री परेड के दौरान दम घुटने और दूसरे कारणों से कुल 9 लोगों घायल हुए हैं. इनमें से दो लोगों को अस्पताल में भर्ती भी कराया गया है. जबकि सात को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
चप्पलों का ढेर बता रहा है कि कोई अनहोनी होने वाली थी
मरीन ड्राइव से शुक्रवार सुबह जो तस्वीरें सामने आई हैं वो बेहद डरावनी हैं. ये तो गनीमत रही कि इतनी भीड़ के बावजूद भी किसी तरह की भगदड़ नहीं मची और कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. लेकिन अगर जरा सी भी चूक होती तो समझिए क्या कुछ हो सकता था. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि अपनी टीम के लिए सपोर्ट दिखाना कहीं से भी गलत नहीं है लेकिन इस दौरान अगर किसी तबीयत बिगड़ी तो उसका भी ख्याल रखना हम सबकी ही जिम्मेदारी है. ऐसा ना हो कि आपके जोश की वजह किसी की जान पर बन जाए.
बेसुध महिला को पुलिस ने बचाया
गुरुवार शाम में टीम इंडिया की विक्ट्री परेड के दौरान मरीन ड्राइव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि अधिक भीड़ होने की वजह से एक महिला बेसुध हो गई है. लेकिन इससे पहले की वह नीचे गिरे या उसके साथ कोई अप्रिय घटना हो, वहां तैनात मुंबई पुलिस के जवान ने बहादुरी दिखाते हुए उसे अपने कंधे पर उठाया और उसे भीड़ से दूर ले जाने की कोशिश की.