उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव परिणाम : बीजेपी का शानदार प्रदर्शन, सभी 17 मेयर पद जीते, 10 बातें

उत्तर प्रदेश के नगर पालिका अध्यक्ष के 199 पदों के चुनाव की मतगणना में बीजेपी के 98, समाजवादी पार्टी के 39, बीएसपी के 18, कांग्रेस के 4 और अन्य 40 उम्मीदवारों को बढ़त

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उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की मतगणना के बाद क्रमश: नतीजे घोषित किए जा रहे हैं.

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव के लिए मतगणना और परिणाम घोषित किए जाने की सिलसिला जारी है. प्रदेश के नए बने शाहजहांपुर नगर निगम सहित सभी 17 नगर निगमों के चुनाव में बीजेपी के मेयर प्रत्याशियों की जीत तय है. निकाय चुनाव में पहले चरण में 37 व दूसरे चरण में 38 जिलों में मतदान हुआ था.

उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, अयोध्या, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, फिरोजाबाद, झांसी, प्रयागराज, कानपुर, शाहजहांपुर और गाजियाबाद नगर निगम के चुनावों के नतीजे साफ हो चुके हैं. इन सभी में महापौर के पदों के चुनाव में बीजेपी को जीत मिली है. पिछली बार यूपी में 16 नगर निगम थे, जिनमें से 14 में बीजेपी के मेयर चुने गए थे. 

यूपी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने अयोध्या की महापौर सीट पर अपनी जीत बरकरार रखी है. राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, भाजपा के गिरीश पति त्रिपाठी ने 77,494 मतों के साथ महापौर का चुनाव जीता और समाजवादी पार्टी के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आशीष को 35,638 मतों के अंतर से हराया. आशीष को 41856 वोट मिले. अयोध्या की महापौर सीट अनारक्षित है.

उत्तर प्रदेश में महापौर पद के चुनाव में झांसी में भाजपा के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की. राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, भाजपा के बिहारी लाल आर्य ने 1,23,503 वोट हासिल किए और कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंद कुमार को 83,587 मतों के अंतर से हराया. बहुजन समाज पार्टी तीसरे स्थान पर रही, जबकि समाजवादी पार्टी ने चौथा स्थान हासिल किया.

प्रयागराज नगर निगम में महापौर पद के लिए भाजपा प्रत्याशी उमेश चंद्र गणेश केसरवानी का निर्वाचन लगभग तय है. प्रयागराज के 100 सीटों वाले सदन में भाजपा के 52 पार्षद प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. महापौर पद के लिए भाजपा प्रत्याशी उमेश चंद्र गणेश केसरवानी ने अब तक कुल 2,05,801 मत प्राप्त किए हैं, जबकि उनके निकटतम प्रतिदंद्वी सपा के अजय कुमार श्रीवास्तव ने 93,542 मत प्राप्त किए हैं.

उत्तर प्रदेश के नगर पालिका अध्यक्ष के 199 पदों में से बीजेपी के 98, समाजवादी पार्टी के 39, बीएसपी के 18, कांग्रेस के 4 और अन्य 40 उम्मीदवार बढ़त बनाए हैं. नगर पंचायत अध्यक्षों के 544 पदों में से 504 की मतगणना के रुझान मिले हैं. बीजेपी 193, सपा 88, बीएसपी 42, कांग्रेस 6 और अन्य प्रत्याशी 177 सीटों पर आगे हैं. 

यूपी के निकाय चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं में सपा , बसपा और कांग्रेस के बीच ज़बर्दस्त बंटवारा देखने को मिला. वहीं दिलचस्प बात यह रही कि बीजेपी के भी मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव जीते हैं. बीजेपी के 6 मुस्लिम पार्षद प्रत्याशी चुनाव जीते हैं.

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निकाय चुनावों में बीजेपी की विजय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया -    ''उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड विजय पर यूपी बीजेपी के सभी समर्पित व कर्मठ कार्यकर्ताओं एवं सुशासन प्रिय उत्तर प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई. यह विराट विजय आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के यशस्वी मार्गदर्शन एवं डबल इंजन सरकार की जनपक्षीय, विकासपरक एवं सर्वसमावेशी नीतियों के प्रति प्रचंड जन-विश्वास को प्रदर्शित करती है. राज्य में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के लिए सभी प्रदेश वासियों का हृदयतल से अभिनंदन.''

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि, प्रदेश में 200 नगर पालिका परिषदों में से 199 में चुनाव हुए हैं. सन 2017 में भाजपा ने 60 नगर पालिकाओं में विजय प्राप्त की थी और इस वर्ष भाजपा ने इसके मुकाबले दोगुना से अधिक सीटें प्राप्त की हैं. उन्होंने कहा कि 545 नगर पंचायतों में भाजपा ने इस बार अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है और 2017 की अपेक्षा ढाई गुना सीटें हासिल की हैं.

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यूपी में दो चरणों में चार मई और 11 मई को निकाय चुनाव हुए थे. निकाय चुनाव में कुल 4.32 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 53 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. नगर निगमों के 17 महापौर और 1,401 पार्षदों का चुनाव हुआ. 19 पार्षद निर्विरोध चुने गए हैं.

बीजेपी ने उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में ज़बर्दस्त प्रदर्शन किया है. बीजेपी ने जहां यूपी नगर निगम की सभी 17 सीटें जीतीं तो वहीं नगर पंचायत और नगर पालिका में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतरीन रहा. यूपी निकाय चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताबड़तोड़ 50 रैलियां की थीं. योगी ने अपनी रैलियों में कानून व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाया था.

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