कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) के बीच किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने उत्तर प्रदेश के किसानों से आह्वान किया था कि वह आंदोलन में पहुंचने के लिए चाहे अपनी खड़ी फसल को नष्ट कर दें लेकिन आंदोलन में जरूर पहुंचें. जिसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में रविवार को दिन निकलते ही खतौली थाना इलाके के भैसी गांव निवासी किसान गुड्डू चौधरी ने अपने ट्रैक्टर रुटरी से आधी तैयार हो चुकी 1 एकड़ मतलब की 10 बीघा गेहूं की खेती को रुटरी चला कर नष्ट कर दिया.
किसान गुड्डू चौधरी ने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर हमारा आंदोलन चल रहा है और सरकार हमें आतंकवादी और खालिस्तानी बता रही है. सरकार हमें हमारी फसलों का ठीक रेट नहीं दे पा रही है और इसी कारण हमने अपनी गेहूं की फसल को आज जोत दिया है. राकेश टिकैत का आह्वान था, हमने अपनी फसल नष्ट कर दी और अब हम गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन में जाएंगे.
''...तो हम अपनी फसल जला देंगे'' : राकेश टिकैत ने सरकार को दी चेतावनी
गौरतलब है कि दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज (रविवार) किसान नेताओं के साथ बैठक की. इस दौरान कृषि कानूनों और किसानों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत हुई. वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब समेत कई राज्यों में किसान महापंचायत भी बुला रहे हैं. राकेश टिकैत का कहना है कि उनका आंदोलन तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती है.
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