उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) को लेकर बड़े फेरबदल देखने को मिल रहे हैं. इस क्रम में भाजपा (BJP) ने यूपी में बड़ा फैसला लिया है. आने वाले दिनों में योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) का विस्तार होना अब लगभग तय हो गया है. योगी मंत्रीपरिषद विस्तार (Yogi cabinet expansion) को केंद्रीय आलाकमान ने हरी झंडी भी दे दी है. सूत्रों की मानें तो आने वाले कुछ ही दिनों में मंत्रिपरिषद का विस्तार हो सकता है. मंत्रि परिषद के इस विस्तार में खाली जगहों को भरा जाएगा. कोरोना महामारी (Coronavirus) के कारण कुछ मंत्रियों के निधन के बाद से कई पद रिक्त चल रहे हैं. फिलहाल सात मंत्री पद खाली हैं.
उत्तर प्रदेश में मंत्रिपरिषद विस्तार की अटकलें काफी दिनों से चल रही थीं. इन अटकलों पर कल साढ़े तीन घंटे चली भाजपा की बैठक के बाद विराम लग गया है. इस बैठक में उत्तर प्रदेश में मंत्रिपरिषद के विस्तार का फैसला ले लिया गया है. बैठक में अमित शाह, जेपी नड्डा, योगी आदित्यनाथ, स्वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल के बीच काफी देर तक चर्चा होती रही.
बता दें कि विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जातीय समीकरण को साधने के लिए मंत्रिपरिषद के विस्तार में अहम फैसले लिए जा सकते हैं. माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में पांच से छह नए मंत्री बन सकते हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ के मौजूदा मंत्रिपरिषद में अभी 53 मंत्री हैं. अधिकतम 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं. कहा यह भी जा रहा है कि मौजूदा मंत्रियों के साथ छेड़छाड़ की संभावना ना के बराबर है.
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नए मंत्रियों में जितिन प्रसाद, संजय निषाद, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, विद्यासागर सोनकर, एके शर्मा आदि के नामों की चर्चाएं जोरों पर हैं. ब्राह्मण, अति पिछड़े और अनुसूचित जाति से मंत्री बनाने की बातों ने जोर पकड़ा हुआ है. विधान परिषद की चार सीटों को भी भरा जाएगा. यहां मनोनयन के जरिए एमएलसी बनाए जाएंगे.
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