उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लोग इन दिनों एक 'बुखार' से जूझ रहे हैं. मुख्य रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Western Uttar Pradesh) के लोगों को बीमारी का सबसे ज्यादा कहर झेलना पड़ रहा है. इस बीमारी के चलते अकेले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही अब तक करीब 60 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं मथुरा (Mathura) जिले में भी स्थिति बेहद खराब है. आलम ये है कि पिछले 15 दिनों के दौरान 14 लोगों की जान चली गई है.
मथुरा की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. रचना गुप्ता के मुताबिक, मथुरा में इस बीमारी से 15 दिनों में 14 लोगों की मौत हो गई है. इस तरह के बुखार से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 60 लोगों की मौत हुई है. खास बात है कि यह बीमारी बच्चों को अपनी चपेट में ले रही है. मरने वालों में ज्यादातर छोटे बच्चे हैं.
उन्होंने बताया कि मथुरा में भी इस बीमारी से कई बच्चों की मौत हो चुकी है. अब भी 50-60 लोग बुखार से पीड़ित हैं. उन्होंने कहा कि हमने गांव कोह में ही अस्पताल बनवा दिया है. अब भी 6-7 बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
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उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि सैंपलिंग कराई जा रही है, जिसमें मरीजों में डेंगू और मलेरिया भी पाया गया है.
इस बीमारी से मथुरा के साथ ही अन्य जिलों में भी मौतें हुई हैं. अचानक से मौतों के मामले बढ़ने के बाद प्रशासन हरकत में आया है और एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं.