UP: सामूहिक विवाह में बहन के साथ ही ले लिए सात फेरे, 35,000 के अनुदान के लिए किया फर्ज़ीवाड़ा

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया गया कि बीडीओ लक्ष्मीपुर द्वारा प्राप्त आख्या से प्रथम दृष्टया विकास खंड लक्ष्मीपुर के ग्राम पंचायत कजरी निवासी प्रीति यादव पुत्री जोखन द्वारा कूट दस्तावेज के आधार पर अपने सगे भाई कृष्णा के साथ छद्म विवाह किया. 

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प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के महराजगंज के विकास खंड लक्ष्मीपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना (Chief Minister Mass Marriage Scheme) में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. दरअसल, एक भाई-बहन ने अनुदान प्राप्त करने के लिए सामूहिक विवाह में शादी कर ली. मामले की कार्रवाई करते हुए दोनों भाई-बहन के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज किया गया है. मुख्य विकास अधिकारी ने बताया गया कि बीडीओ लक्ष्मीपुर द्वारा प्राप्त आख्या से प्रथम दृष्टया विकास खंड लक्ष्मीपुर के ग्राम पंचायत कजरी निवासी प्रीति यादव पुत्री जोखन द्वारा कूट दस्तावेज के आधार पर अपने सगे भाई कृष्णा के साथ छद्म विवाह किया. 

जबकि आरोपी की शादी पूर्व में ही रमेश नामक व्यक्ति से हो चुकी है. आरोपी द्वारा ऐसा अनुदान की लालच में किया गया. मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल जांच करवाते हुए आरोपी वर–वधू के विरुद्ध प्रभारी एडीओ समाज कल्याण चंदन पाण्डेय द्वारा पुरन्दरपुर थाने में एफआईआर दर्ज करवाया गया है. 

इस प्रकरण में जांच अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी कजरी मिलिंद चौधरी को भी प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर निलंबित करते हुए आगे की विभागीय कार्रवाई की जा रही है. जबकि सत्यापन काउंटर पर आरोपी का सत्यापन करने वाले तकनीकी सहायक मनरेगा इंद्रेश भारती के विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई की जा रही है.

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पहले भी सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े के मामले आए हैं सामने

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब अनुदान पाने के लिए यूपी में सामूहिक विवाह के दौरान फर्जीवाड़े का मामला सामने आया हो. इससे पहले उत्तर प्रदेश के बलिया से फर्जी सामूहिक विवाह (Wedding Fraud) कराने का हैरान करने वाला मामला सामना आया था. पुलिस ने मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इतना ही नहीं, इस सामूहिक विवाह का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें लड़कियां खुद ही खुद को वरमाला पहना रही थीं और लड़कों ने अपने चेहरे ढके हुए थे. यह मामला 25 जनवरी 2024 को सामने आया था. अधिकारियों का बताया था कि कार्यक्रम में लगभग 568 जोड़ों की शादी हुई थी. हालांकि, बाद में पता चला कि कई जोड़ों को दूल्हा और दुल्हन बनने के लिए पैसे दिये गए थे.

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