ओवैसी पर हमले के आरोपियों के घर पहुंचे यूपी के राज्यमंत्री, दोनों हमलावरों को बताया निर्दोष, कहा- कानूनी पैरवी करेंगे

3 फरवरी को जब ओवैसी हापुड़ में चुनाव प्रचार करके दिल्‍ली वापस लौट रहे थे, इस दौरान मेरठ टोलप्लाजा के पास उनकी कार पर फायरिंग की गई थी. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों सचिन और शुभम को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि ओवैसी और उनके छोटे भाई के बयानों से वो बेहद नाराज थे.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
राज्यमंत्री पंडित सुनील भारद्वाज भराला एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आरोपी के गांव दुरई पहुंचे थे.
गौतमबुद्ध नगर:

उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री पंडित सुनील भारद्वाज भराला (Sunil Bhardwaj Bharala) ने मंगलवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर हमला करने वालों के परिवारवालों से गौतमबुद्ध नगर के बादलपुर थाने के दुरई गांव पहुंचकर मुलाकात की और दोनों हमलावरों को निर्दोष बताते हुए उनकी कानूनी पैरवी करने की बात कही.

एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आरोपी के गांव पहुंचे भराला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ओवैसी पर हुए हमले में दोनों निर्दोष ब्राह्मण बच्चों को जानबूझकर फंसाया गया है. परिवार के लोगों ने भी कहा कि बिना तथ्यों और सबूतों के बच्चों को फंसाया गया. सभी ने दोनों आरोपी के परिवार को पर्याप्त सुरक्षा देने की मांग भी की.  

ओवैसी का हमलावर उनकी 'हत्या' करना  चाहता था, इकबालिया बयान में कबूला

भराला ने कहा राष्ट्रीय परशुराम परिषद के नेतृत्व में दोनों निर्दोष बच्चों की कानूनी पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ताओं की एक कमेटी करेगी और पूरे केस की निष्पक्ष जांच की जाएगी. इस दौरान भाजपा नेताओं ने ग्रेटर नोएडा में भड़काऊ भाषण भी दिए. भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर हर हिंदू युवक के पास हथियार होगा तो किसी की हिम्मत नहीं होगी कि कोई हैदराबाद वाला आकर कोई यहां कुछ बोलकर चला  जाए.

Advertisement

विनती करता हूं, सुरक्षा ज़रूर लें : असदुद्दीन ओवैसी की कार फायरिंग मामले में राज्यसभा में बोले गृहमंत्री अमित शाह

Advertisement

राज्यमंत्री सुनील भराला ने कहा, "हम सचिन के साथ खड़े हैं और यह हमारा परिवार है. सचिन पर झूठा मुकदमा कर उसे फंसाया गया है और उसे जेल भिजवा कर लोग राजनीति कर रहे हैं और प्रधानमंत्री एवं पुलिस को चेतावनी देकर कहते हैं कि 20 मिनट के लिए सुरक्षा हटा लो, पता नहीं इतने में ये क्या कर देंगे? कहां ये एक हमले पर ही सुरक्षा बुलेटप्रूफ गाड़ी मांगने लगे. हमारे गृह मंत्री ने उन्हें सुरक्षा भी दी और वह भी जेड प्लस सिक्योरिटी. उसके बाद भी वह बोल रहे हैं कि हमें बुलेटप्रूफ गाड़ी दो और हथियार रखने की अनुमति दो. हम अन्याय नहीं होने देंगे और निष्पक्ष जांच कराएंगे कि सचिन को जेल क्यों भेजा गया?"

Advertisement
Advertisement

बता दें कि 3 फरवरी को जब ओवैसी हापुड़ में चुनाव प्रचार करके दिल्‍ली वापस लौट रहे थे, इस दौरान मेरठ टोलप्लाजा के पास उनकी कार पर फायरिंग की गई थी. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों सचिन और शुभम को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि ओवैसी और उनके छोटे भाई के बयानों से वो बेहद नाराज थे. फेसबुक, ट्विटर, सोशल मीडिया पर ये ओवैसी के भाषण सुनते थे और उनसे बेहद नफरत करते थे. इन दोनों के पास से कंट्री मेड मुंगेर टाइप पिस्टल बरामद हुई थी जो इन्होंने हाल ही में किसी से खरीदी थी. हाथियार सप्लायर को भी पुलिस ने मंगलवार (15 फरवरी) को गिरफ्तार किया है.

Featured Video Of The Day
Sriram Krishnan News: कौन हैं श्रीराम कृष्णन, जिन्‍हें Donald Trump ने सौंपी AI की कमान | America