उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में NDTV के कॉन्क्लेव- 'उम्मीदों का प्रदेश, उत्तर प्रदेश' में यूपी के स्पेशल डीजी, लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि, यूपी में न्यायालय का पूरा सम्मान करते हुए पुलिस कानून के दायरे में कार्रवाई करती है. उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई करने में जाति और धर्म को नहीं देखती.
पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की हत्या के बारे में सवाल पर प्रशांत कुमार ने कहा, ''वह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. सरकार ने जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया. जांच चल रही है इसलिए इस बारे में कुछ कहना उचित नहीं है. मेडिकल परीक्षण के दौरान उन्हें मीडिया से बात नहीं करनी थी. पुलिस कर्मियों ने आरोपियों को जिंदा पकड़ लिया. विवेचना चल रही है.''
कोर्ट परिसर में हत्या को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि, ''हत्या करने वाला अधिवक्ता था. सभी प्रदेशों में, नेशनल कैपिटल में भी कोर्ट में फायरिंग की घटनाएं हुई हैं. जांच हो रही है, गलती होगी तो सामने आएगी. जो सिस्टम में कमियां हैं, उन्हें दूर करेंगे. कानून व्यवस्था में हमेशा और अच्छा करने की गुंजाइश होती है.''
प्रशांत कुमार ने कहा कि, ''पुलिस की कार्रवाई किसी की जात, किसी का धर्म देखकर नहीं होती. कार्रवाई देखें तो स्पष्ट हो जाएगा.''
उन्होंने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाने सें संबंधित सवाल पर कहा कि, ''संवाद से ही समाधान निकलता है. ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए धार्मिक स्थलों से 90 हजार लाउडस्पीकर उतरवाए गए. सबका सहयोग मिलता है. सभी लेबल पर बात होती है. संवाद बनाएंगे तो लोग व्यवस्था बनाने में सहयोग करेंगे. हम समय-समय पर लोगों को याद भी दिलाते हैं. सार्वजनिक स्थल पर किसी धार्मिक आयोजन की परमीशन नहीं है.''