टीचर के आदेश पर सहपाठियों द्वारा पीटे गए यूपी के मुस्लिम लड़के को नहीं आ रही नींद : परिवार

मुजफ्फरनगर में जिस मुस्लिम छात्र को एक स्कूल टीचर के आदेश के बाद उसके सहपाठियों ने थप्पड़ मारे उसके पिता ने बताया कि परेशान होने और रात भर सो न पाने की शिकायत के बाद बेटे को चेकअप के लिए मेरठ ले जाया गया.

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शिक्षा विभाग आया बच्‍चे की मदद के लिए आगे

लखनऊ, मुजफ्फरनगर:

उत्‍तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में जिस मुस्लिम छात्र को एक स्कूल टीचर के आदेश के बाद उसके सहपाठियों ने थप्पड़ मारे थे, वह बीती रात बेहद परेशान रहा और नींद नहीं आने की शिकायत के बाद मेडिकल जांच के लिए मेरठ ले जाया गया. लड़के के माता-पिता ने कहा कि वह घर लौट आया है और अब सामान्य है. इससे पहले लड़के के पिता ने कहा था कि वह अब अपने बेटे को उस स्‍कूल में नहीं भेजेंगे, जहां उसे पीटा गया.

छात्र के पिता ने बताया, "परेशान होने और रात भर सो न पाने की शिकायत के बाद बेटे को चेकअप के लिए मेरठ ले जाया गया. डॉक्टर ने कहा कि लड़का सामान्य है. पत्रकारों सहित कई लोगों द्वारा उससे स्कूल की घटना के बारे में पूछने पर वह परेशान हो गया.

शिक्षा विभाग आया बच्‍चे की मदद के लिए आगे

घटना में शामिल स्कूल टीचर तृप्ता त्यागी से समझौते के बारे में पूछे जाने पर पिता ने कहा कि उनके साथ कोई समझौता नहीं होगा. इस बीच, शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लड़के को सरकारी प्राथमिक विद्यालय में दाखिला दिया जाएगा, बशर्ते उसका परिवार इसके लिए सहमत हो. उन्होंने कहा कि विभाग खब्बूपुर गांव में पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले अन्य छात्रों के स्थानांतरण की भी सुविधा प्रदान करेगा, जहां शुक्रवार को घटना हुई थी. मुज़फ्फरनगर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने पीटीआई को बताया, "जिस लड़के को थप्पड़ मारा गया, उसके पिता नहीं चाहते कि उनका बेटा उस स्कूल में अपनी पढ़ाई जारी रखे. खंड शिक्षा अधिकारी ने लड़के से बात की और उसने गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने की इच्छा व्यक्त की. सोमवार को उनका नामांकन सरकारी स्कूल में किया जाएगा, बशर्ते उनका परिवार ऐसा करने को तैयार हो."

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अब कहां पढ़ेगा पीडि़त छात्र...?

पीडि़त छात्र के सरकारी स्कूल में नामांकन के बारे में पूछे जाने पर उसके पिता ने कहा कि परिवार ने इस बारे में फैसला नहीं किया है, क्योंकि लड़का परेशान है. बीएसए शुक्ला ने बताया कि खब्बूपुर गांव का निजी स्कूल बंद नहीं होगा और सामान्य शिक्षण गतिविधियां जारी रहेंगी. बीएसए ने कहा, "स्कूल को एक महीने में अपनी संबद्धता के संबंध में विभाग को स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है. इसमें तीन शिक्षक हैं और एक से पांच तक कक्षाएं चलती हैं."

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क्या आरोपी शिक्षिका स्कूल में पढ़ाना जारी रखेंगी..?

नेहा पब्लिक स्कूल उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग से संबद्ध है. फिलहाल स्कूल में 50 छात्र पढ़ते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या स्कूल की शिक्षिका तृप्ता त्यागी स्कूल में पढ़ाना जारी रखेंगी..? शुक्ला ने कहा कि यह उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर निर्भर करता है. बीएसए ने यह भी कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी सोमवार को नेहा पब्लिक स्कूल जाएंगे और उन छात्रों के लिए व्यवस्था करेंगे, जो वहां पढ़ाई के लिए आना चाहते हैं.

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शिक्षिका के खिलाफ इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला

हर तरफ से आक्रोश बढ़ने पर, पुलिस ने शनिवार को स्कूल की शिक्षिका तृप्ता त्यागी के खिलाफ सांप्रदायिक टिप्पणी करने और अपने छात्रों को होमवर्क न करने पर एक मुस्लिम सहपाठी को थप्पड़ मारने का आदेश देने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया. इस मामले में स्कूल को शिक्षा विभाग की ओर से नोटिस भी दिया गया था. लड़के के परिवार की शिकायत पर उस पर आईपीसी की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए सजा) और 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान)  के तहत मामला दर्ज किया गया है. ऐसे अपराध जमानती हैं और इनमें तत्काल गिरफ्तारी नहीं होती है और वारंट की आवश्यकता होती है.

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बता दें कि यह कार्रवाई एक वीडियो के वायरल होने के एक दिन बाद हुई, जिसमें तृप्ता त्यागी अपने छात्रों से खुब्बापुर गांव के नेहा पब्लिक स्कूल में कक्षा 2 के लड़के को थप्पड़ मारने के लिए कह रही थीं और सांप्रदायिक टिप्पणी भी कर रही थीं. तृप्ता त्यागी ने कहा है कि तनाव फैलाने के लिए वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है. उसने दावा किया कि वीडियो लड़के के चाचा ने शूट किया था.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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