खुदाई जारी, संभल में अब मिला मृत्यु कूप, पास में ही मृत्युजंय महादेव मंदिर होने का दावा

संभल में गुरुवार को जामा मस्जिद से करीब 100 मीटर की दूरी पर एक कूप (कुआं) मिला है. मौके पर अभी खुदाई का कार्य जारी है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
संभल में मंदिर के बाद मिला कूप

उत्तर प्रदेश के संभल में गुरुवार को जामा मस्जिद से करीब 100 मीटर की दूरी पर एक कूप (कुआं) मिला है. फिलहाल इस जगह पर अभी खुदाई का काम चल रहा है. यह कुआं हिंदू बाहुल्य इलाके में मिला है. इसे 'मृत्यु का कुआं' भी कहा जाता है.  इसके पास मे एक मंदिर होने का भी दावा किया जा रहा है, जो कि मृत्युजंय महादेव मंदिर था. ये मंदिर अब मिट्टी के नीचे दबा हुआ है. इसके साथ ही लोगों ने दावा किया है कि यहां की खुदाई होगी तो यहां पर मंदिर निकलेगा. जिसकी दीवार आज भी दिखाई देती है.

पौराणिक कथाओं में संभल का क्या महत्व

कहा जाता है कि संभल एक वक्त में तीर्थों का केंद्र होता था. पौराणिक कथाओं में संभल में 84 कौसी परिक्रमा मार्ग है और इस मार्ग के अंदर 68 तीर्थ है. इसमें 19 कूप का भी जिक्र किया गया. जिनका अपना धार्मिक महत्व है. समय के साथ इन पर मिट्टी जम गई, जिससे ये ढक गए. अब लोगों की निशानदेही के आधार पर इन्हें फिर से खोजा जा रहा है और इनकी साफ-सफाई कराई जा रही है. जिला प्रशासन का कहना है कि अब संभल को धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बनाने की कोशिश हो रही है.

अब यमदग्नि कुंड को भी तलाशा जाएगा

संभल पिछले दिनों हिंसा की वजह से चर्चा में रहा, जिसके बाद यहां प्रशासन की कार्रवाई शुरू हुई. तभी से यहां एक के बाद ऐतिहासिक इमारतें और धरोहर मिलनी शुरू हुई है. चंदौसी में राजा की बनाई गई जो बावड़ी मिली है, उसकी साफ-सफाई हो रही है. पृथ्वीराज की बनाई गई बावड़ी की खुदाई हुई है. अब जो मृत्यू कूप मिला है. उसके बारे में कहा जाता है कि इसमें नहाने पर पुण्य मिलता है. साथ ही यमदग्नि कुंड का जिक्र है, जो यहां से कुछ दूरी पर बताया गया है. अब यमदग्नि कुंड को ढूंढा जाएगा.

Advertisement

मृत्युजंय मंदिर होने का भी दावा

स्थानीय लोगों का कहना है कि उनसे पहले की पीढ़ियों ने उन्हें बताया था कि यहां एक मृत्युजंय का मंदिर भी है, अगर उसे भी खोजा जाएगा तो वो भी मिलेगा. उसकी दीवारें दिखाई देती है. अब जिला प्रशासन उन तीर्थ और इमारतों को खोजेगा जो कि मिट्टी के नीचे दबे हैं. फिलहाल कूप के लिए खुदाई चल रही है. एक तरफ संभल के चंदौसी में साफ-सफाई चल रही है. वहीं जो कूप मिला है, उसे साफ किया जा रहा है.

Advertisement

कूप के बारे में जिलाधिकारी ने क्या बताया

जिलाधिकारी डॉ राजेन्द्र पेंसिया ने बताया कि यहां एक जागृत कूप मिला है. इससे पहले, चंदौसी के लक्ष्मणगंज में बावड़ी मिली थी, जिसकी खुदाई पिछले पांच दिनों से जारी है. इस बावड़ी को सदियों पुराना बताया जाता है. इससे पहले 25 दिसंबर को संभल में एएसआई की टीम ने चंदौसी स्थित पृथ्वीराज चौहान की बावड़ी का निरीक्षण किया था. एएसआई टीम ने फिरोजपुर किले का भी निरीक्षण किया था. डीएम-एसपी के साथ टीम के लोगों ने बावड़ी के अंदर जाकर, दीवारों को छूकर पूरा निरीक्षण किया था. टीम ने तोता-मैना की कब्र भी देखी थी.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Union Budget 2025: क्यों 1973 का बजट 'Black Budget' कहलाया? | Indira Gandhi | Yashwantrao Chavan
Topics mentioned in this article