उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Polls 2022) से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) में मची भगदड़ ने सियासी गहमा-गहमी बढ़ा दी है. चुनाव से ऐन वक्त पहले नेताओं का इस तरह से पार्टी छोड़कर जाना बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने विधायकों के बीजेपी छोड़ने का कारण बताया है. उन्होंने कहा कि कई वजहों से इन विधायकों ने बीजेपी छोड़ी है. कुछ को डर है कि उन्हें अपनी पसंद की विधानसभा सीट से टिकट नहीं मिलेगी.
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "इन विधायकों के बीजेपी छोड़ने के कई कारण हैं, कुछ अपने निजी फायदे के लिए जा रहे हैं, अन्य को डर है कि उन्हें अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलेगा... इन लोगों ने 5 साल तक बीजेपी के साथ रहकर मलाई खाने का काम किया."
उन्होंने कहा कि राज्य में ओबीसी और दलितों को गुमराह किया जा रहा है. भाजपा छोड़ने वाले विधायक सपा द्वारा ओबीसी और दलितों के लिए लाई गई 10 कल्याणकारी योजनाओं की सूची दें. समाजवादी पार्टी केवल मुसलमानों और यादवों के लिए काम करती है. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अन्य ओबीसी समुदाय कभी भी मुस्लिम-यादव के साथ नहीं जाएंगे."
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बता दें कि बीजेपी सरकार से इस्तीफा देने वाले दो मंत्रियों स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी ने शुक्रवार को अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा का दामन थाम लिया. मौर्य और सैनी के अलावा BJP से अलग हुए दो विधायक विनय शाक्य और भगवती सागर भी समाजवादी पार्टी से जुड़ गए हैं.
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पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग (Election Commission) ने कर दिया है. यूपी में कुल 403 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होगा. इन चरणों के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को वोटिंग होगी. 10 मार्च को नतीजे आएंगे.
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