'मेरी हत्या की साजिश की गई...' : ओमप्रकाश राजभर का सीएम योगी आदित्यनाथ पर आरोप

ओपी राजभर ने बताया कि अब्बास को लड़ाने का फैसला सपा नहीं सिर्फ उनका है. उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी से मेरे बहुत पुराने संबंध हैं. वहीं मुख्तार अंसारी के बेटे का कोई आपराधिक इतिहास भी नहीं है.

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मुख्तार अंसारी के बेटे को टिकट देने के मामले पर ओपी राजभर ने दिया बयान

लखनऊ:

यूपी चुनाव (UP Assembly elections 2022) के तहत दो चरणों का मतदान हो चुका है. सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के  ओमप्रकाश राजभर ने एनडीटीवी के साथ बातचीत में सीएम योगी पर आरोप लगाया कि वह मेरी हत्या करना चाहते  हैं. उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग की गाइडलाइंस हैं. नामांकन के लिए तीन आदमियों के जाने की अनुमति है. वहां योगी जी के गुंडे कैसे पहुंचे. जैसे ही हम पहुंचे गाली-गलौच और गोली से मारने की धमकी दी गई. पुलिस वाले भी मौजूद थे, जो कि अपराधियों को बचाने की ही कोशिश में लगे थे. इस पूरी घटना को लेकर उन्होंने एनडीटीवी के सामने एक वीडियो भी दिखाया.

गौरतलब है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के सहयोगी ओमप्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को टिकट दिया है. उन्होंने ये टिकट सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी से मऊ सदर सीट से दिया है. अब्बास अंसारी ने नामांकन भी भर दिया है. वहीं उनके पिता मुख्तार अंसारी की बात करें तो वह 15 साल से जेल में बंद हैं. मुख्तार अंसारी 5 बार मऊ से विधायक रह चुके हैं. 

इस पूरे मामले में ओपी राजभर ने बताया कि अब्बास को लड़ाने का फैसला सपा का नहीं सिर्फ उनका है. उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी से मेरे बहुत पुराने संबंध हैं. वहीं मुख्तार अंसारी के बेटे का कोई आपराधिक इतिहास भी नहीं है. वहीं बीजेपी ने ब्रिजेश सिंह, संगीत सोम और सुरेश राणा को टिकट दिया है. इस फैसले से अखिलेश यादव का लेना-देना नहीं है.  ओपी राजभर ने ये भी कहा कि वह मुख्तार अंसारी से जेल में मिले थे. मुख्तार अंसारी से उनके पुराने राजनीतिक संबंध हैं.

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बता दें कि यूपी में 7 चरणों में मतदान हो रहा है. इसके तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी यानी दो चरणों का मतदान हो चुका है. 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होना है.