केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot)की 100 यूनिट फ्री बिजली (100 Units Free Electricity) की घोषणा को 'खोदा पहाड़, निकली चुहिया' बताया है. उन्होंने कहा कि यह घोषणा तो वह बजट भाषण में भी कर चुके थे. फरवरी से लेकर अब तक उसको लागू नहीं किया था. शेखावत ने कहा कि राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी का चुनाव में विजय होना उतना ही सुनिश्चित है, जितना कि ये सुनिश्चित होना कि कल का सूर्योदय पूर्व दिशा से होगा.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को ये बातें कही. NDTV से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि जयपुर में हुई प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा की सफलता को देखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आंखें चौंधिया गई थीं. इसलिए आनन-फानन में उन्होंने एक घोषणा करूंगा, ऐसा बयान दिया. राजस्थान के लोग सोच रहे थे कि पता नहीं क्या करने वाले हैं? फिर रात को खोदा पहाड़, निकली चुहिया की कहावत होती दिखी.
शेखावत ने कहा, "राज्य की अशोक सरकार 100 यूनिट बिजली फ्री देने की घोषणा बजट में कर चुकी थी. फरवरी से लेकर अब तक उसको लागू नहीं किया गया. उल्टा लोगों पर फ्यूल सरचार्ज का बोझ डाल दिया गया. फिक्स चार्जेस का बोझ बढ़ा दिया गया. अब एकाएक उनको राहत शिविरों में जाकर एहसास हुआ कि कुछ करना है." केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि बिना अध्ययन के घोषणा कर देने का, बिना हकीकत को जाने उनको लागू कर देने का और उसके कारण से होने वाली विफलता का यह नायाब उदाहरण है."
पहले बकाया चुकाए गहलोत सरकार
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान के डिस्कॉम्स पर 1.20 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. जब 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब उन्होंने सभी प्रदेशों के डिस्कॉम के लिए एक योजना बनाकर कर्ज को लॉन्ग टर्म लोन में चेंज किया था. आज वापस हम बढ़कर 1.20 लाख करोड़ के कर्जे पर आकर खड़े हुए हैं. राजस्थान सरकार को अभी 15,180 करोड़ रुपये डिस्कॉम्स को चुकाना बाकी है. सरकार पहले तो उनको चुकाएं. उनको नहीं चुकाने के कारण से, उनके वित्तीय हालात खराब हुए हैं. फाइनेंशियल संस्थाएं लोन नहीं दे रही हैं, उसके कारण से कोयले का पेमेंट नहीं हो रहा है. राजस्थान में बिजली कटौती चल रही है. एकतरफ आप कटौती कर रहे हैं, दूसरी तरफ आप इस तरह की घोषणा कर रहे हैं.
छोटी-छोटी रेवड़ियां बांटने का अब प्रभाव नहीं
शेखावत ने कहा, "जहां तक घोषणाओं का सवाल है, मैं कहना चाहता हूं कि राजस्थान की जनता के साथ वर्ष 2018 में घोषणाएं गहलोत साहब और उनकी पार्टी के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी ने एक से दस तक गिनती गिनकर की थीं. वो घोषणाएं जिस तरह से राजस्थान के किसानों, महिलाओं, युवाओं, बेरोजगारों के लिए एक मजाक बनीं, उन्होंने जिस तरह से अपने साथ में धोखा हुआ है, ऐसा महसूस किया है. मुझे लगता है कि छोटी-छोटी रेवड़ियां बांटने का अब कोई प्रभाव नहीं होगा."
कांग्रेस की गांरटी योजना पहले ही फेल
कांग्रेस पार्टी के की गारंटी कार्ड पर शेखावत ने कहा कि राजस्थान में गारंटी पहले ही फेल हुई हैं, जो फेल गारंटी कार्ड है, वह गारंटी कार्ड दोबारा चला नहीं करते. उन्होंने कहा कि हिंदी की कहावत है- दूध का जला छाछ को भी फूंक कर पीता है. राजस्थान के किसान, युवा, बेरोजगार, महिलाएं पिछली बार धोखा खा चुके हैं, एक धोखा और नहीं खा सकते हैं.
बीजेपी को ऐतिहासिक बहुमत का आशीर्वाद देगी जनता
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में कांग्रेस सरकार की विफलता साबित हुई है. राजस्थान की जनता ने जिस तरह से साढ़े चार साल के कुशासन को भोगा है. राजस्थान की जनता एक-एक दिन गिनकर इंतजार कर रही है. जिस दिन चुनाव होगा, उस दिन राजस्थान की जनता ऐतिहासिक बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी को आशीर्वाद देगी. जनता कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकार को हमेशा के लिए उखाड़कर फेंकने का मन बना चुकी है.
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