जेल में बंद अतीक अहमद को सता रहा "फर्जी एनकाउंटर" का डर, खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

अतीक की याचिका में कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है. 

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मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने माफिया और आरोपियों को मिट्टी में मिला देने की बात कही है (प्रतीकात्‍मक फोटो)
नई दिल्‍ली:

उमेश पाल हत्याकांड मामले में बाहुबली नेता अतीक अहमद ने अपनी सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. अतीक अहमद ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर कहा है कि उसे यूपी में दर्ज मामले की सुनवाई के लिए गुजरात से बाहर ना भेजा जाए, उसकी सुरक्षा और जान को खतरा है. अतीक अहमद की ओर से वकील हनीफ खान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है. अतीक की याचिका में कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है. 

बेहद डर गया है बाहुबली अतीक अहमद..!
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया और आरोपियों को मिट्टी में मिला देने की बात कही है. वहीं, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक गाड़ी पलटने की आशंका भी जता चुके हैं. ऐसे में अतीक अहमद ने याचिका में गुहार लगाई है कि अगर उन्हें यूपी भी लाया जाए, तो सेंट्रल फोर्स की सुरक्षा में लाया जाए. अन्यथा उनके मामलों का ट्रायल वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ही हो.

सुप्रीम कोर्ट से तुरंत सुनवाई की मांग 
याचिका में कहा गया है कि अगर पुलिस कस्टडी में रखकर ही पूछताछ करनी है, तो गुजरात में ही कोर्ट परिसर के आसपास गुजरात पुलिस की निगरानी में ही ये सब किया जाए. अतीक के वकील हनीफ खान ने कहा है कि वो इस याचिका पर अर्जेंट सुनवाई की गुहार गुरुवार सुबह चीफ जस्टिस की अदालत में कर सकते हैं. 

अतीक अहमद के करीबी जफर के घर पर चला योगी का बुलडोजर
उत्‍तर प्रदेश के प्रयागराज में जफर खालिद अहमद की अवैध संपत्ति पर पीडीए का बुलडोजर चला. जफर, बाहुबली अतीक अहमद का बेहद करीबी माना जाता है. अतीक का पूरा परिवार जफर के घर पर ही रहता था. बताया जा रहा है कि इस मकान का नक्शा पास नहीं है. इस अवैध निर्माण को पीडीए द्वारा पहले ही नोटिस दिया गया था और आज अवैध बने मकान के निमार्ण की ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है. हालांकि, इसे उमेश पाल हत्‍याकांड से जोड़कर देखा जा रहा है. शुक्रवार को धूमनगंज थाना अंतर्गत जयतीपुर में उमेश पाल और उसके एक सुरक्षाकर्मी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह था. सोमवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में उमेश पाल हत्याकांड का एक अभियुक्त अरबाज मारा गया. इस मुठभेड़ में धूमनगंज के थाना प्रभारी राजेश मौर्य घायल हो गए, जिनका उपचार एसआरएन अस्पताल में हो रहा है.

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