उदयपुर (Udaipur) में दर्जी की हत्या के बाद से मीडिया में एक रिपोर्ट चल रही है कि हत्या के आरोपियों को जेल में बिरयानी खिलाई जाएगी. जिसको राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) ने फर्जी बताया है. पुलिस ने बताया कि एक कथित हिंदी समाचार वेबसाइट पर फर्जी स्टोरी की हेडलाइन थी - "गिरफ्तारी के बाद, उदयपुर के दो हत्यारों को राजस्थान की जेल में बिरयानी परोसी जाएगी. अगर यह यूपी (उत्तर प्रदेश) में होती तो क्या होता?"
राजस्थान पुलिस ने ट्वीट करके बताया कि इस खबर को एक न्यूज चैनल के एंकर समेत कई लोगों ने ट्वीट किया था, जिन्होंने अब पोस्ट को डिलीट कर दिया है. इसके बाद से यह फेक न्यूज वायरल हो रही है, जो बिल्कुल गलत है. उदयपुर में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अपराधियों के साथ पुलिस नरमी से पेश नहीं आएगी. हम राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
पुलिस ने कहा कि हत्याकांड के विरोध में हिंसक विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद, छिटपुट मामूली घटनाओं को छोड़कर उदयपुर में स्थिति शांत है. उदयपुर के 48 वर्षीय दर्जी कन्हैया लाल की कल उनकी दुकान पर दो लोगों ने हत्या कर दी थी. हमलावरों ने हत्या का वीडियो भी बनाया था और उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया था. इसके साथ ही हत्यारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी दी थी.
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राजस्थान में घटना के विरोध में बढ़ते प्रदर्शन और गुस्से को देखते हुए राज्य में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है. इस मामले की जांच के लिए गहलोत सरकार ने एसआईटी गठित की है. इसके बाद मामले में आतंकवाद से जुड़े एंगल पर भी जांच होगी. इसके लिए गृह मंत्रालय एनआईए को जांच के आदेश दिये हैं.
"उदयपुर हत्याकांड की अब NIA करेगी जांच, UAPA के तहत दर्ज किया मामला