कर्नाटक में भौंचक्का कर देने वाला एक मामला सामने आया है, जिसमें छह लोगों ने निजता का हनन करते हुए एक लॉज (होटल) के कमरे में जबरन घुसकर एक जोड़े की सिर्फ इस वजह से पिटाई कर डाली, क्योंकि उन्होंने अलग-अलग धर्मों का होने के बावजूद एक साथ रहने का 'अपराध' किया था. गौरतलब है कि इस हमले का वीडियो सामने आने से कुछ ही दिन पहले राज्य में रिश्ते के दो भाई-बहनों (cousins) को भी अंतरधार्मिक युगल होने की गलतफहमी के तहत पीट डाला गया था.
ताज़ा घटना का वीडियो हमलावरों ने खुद ही शूट किया था, जिससे संकेत मिलते हैं कि हमलावर मशहूर होना चाहते थे. वीडियो में देखा जा सकता है कि हवेरी जिले के हनागल ताल्लुके में मौजूद एक लॉज के एक कमरे के बाहर छह लोग खड़े हैं. कमरे का नंबर रिकॉर्ड कर लेने के बाद वह दरवाज़ा खटखटाते हैं. एक पुरुष द्वारा कमरे का दरवाज़ा खोले जाते ही वे अंदर घुस आते हैं, और सीधा महिला की तरफ़ बढ़ते हैं, जो बुर्के से अपना तेहरा छिपाने की कोशिश कर रही है.
इसके बाद, गालीगलौज करते हुए अंदर घुस आए पुरुषों ने महिला पर ज़ोर से वार किया, जिससे वह ज़मीन पर गिर जाती है. इसके बाद कमरे में मौजूद पुरुष पर भी हमला किया जाता है, और जब वह कमरे से बाहर भागने की कोशिश करता है, तो दो-तीन हमलावर उसे पकड़ लेते हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि हमलावरों में से एक उस महिला को बिस्तर के पास घेर लेता है, जबकि दूसरा उस पर फिर वार करता है और उसे फिर से ज़मीन पर खींच लेता है.
पीड़ित युगल ने हनागल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है, और छह में से दो हमलावर गिरफ़्तार कर लिए गए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "हमला 7 जनवरी को हनागल के नलहारा क्रॉस पर हुआ था... छह आरोपियों, जो अल्पसंख्यक समुदाय से हैं, पर हत्या के प्रयास, अगवा और महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है... छह में से दो आरोपी गिरफ़्तार किए जा चुके हैं और अन्य चार का पता लगाने की कोशिश की जा रही है..."
बीते मंगलवार को ही एक अन्य घटना में बेलगावी में दो चचेरे भाई-बहन को अंतरधार्मिक जोड़ा समझकर उनकी पिटाई करने के आरोप में सात लोगों को गिरफ़्तार किया गया. पुलिस का कहना है कि उस मामले के हमलावर भी अल्पसंख्यक समुदाय से थे, और उन्होंने लड़के और लड़की को तब भी पीटना जारी रखा था, जबकि वे लगातार बताते रहे कि वे चचेरे भाई-बहन हैं.