जब डेल्टा वैरिएंट बरसा रहा था कहर, तब 'Covaxin' 50% थी प्रभावी: लैंसेट स्टडी रिपोर्ट

कोवैक्सिन, हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (NIV-ICMR),पुणे के सहयोग से विकसित किया गया है, जो एक निष्क्रिय संपूर्ण वायरस टीका है. यह दो खुराक वाली वैक्सीन है.

विज्ञापन
Read Time: 12 mins
Covaxin टीका कोविड-19 के गंभीर लक्षणों के खिलाफ 93.4 प्रतिशत प्रभावी है.
नई दिल्ली:

भारत में बनी स्वदेशी कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) की दो खुराक सिम्प्टोमैटिक मामले में 50 फीसदी प्रभावी रही है. 'द लैंसेट' इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित भारत के स्वदेशी COVID-19 वैक्सीन के पहले वास्तविक आकलन में इसका उल्लेख किया गया है.

'द लैंसेट' में हाल ही में प्रकाशित एक अंतरिम अध्ययन के परिणामों से पता चला है कि Covaxin की दो खुराक, जिसे BBV152 के रूप में भी जाना जाता है, सिम्प्टोमेटिक केस में कोविड-19 के खिलाफ 77.8 प्रतिशत प्रभावी साबित हुई है और उससे कोई गंभीर सुरक्षा चिंता नहीं पैदा हुईं.

नवीनतम अध्ययन में 15 अप्रैल से 15 मई के बीच नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 2,714 अस्पताल कर्मियों का आकलन किया, जो सिम्प्टोमेटिक थे और COVID​​​​-19 का पता लगाने के लिए उनका RT-PCR परीक्षण किया गया था. शोधकर्ताओं ने उल्लेख किया है कि अध्ययन अवधि के दौरान भारत में कोविड का डेल्टा संस्करण हावी था, जो सभी पुष्टि किए गए COVID-19 मामलों में लगभग 80 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार था.

Covaxin कोरोना के खिलाफ 77.8 फीसदी कारगर, लैंसेट स्टडी में दिखा देसी वैक्सीन का दम

कोवैक्सिन, हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (NIV-ICMR),पुणे के सहयोग से विकसित किया गया है, जो एक निष्क्रिय संपूर्ण वायरस टीका है. यह दो खुराक वाली वैक्सीन है.

इस साल जनवरी में भारत में 18 साल और उससे ऊपर के लोगों पर इस वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की इजाजत दी गई थी. इसी महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे COVID-19 टीकों की स्वीकृत आपातकालीन उपयोग की अपनी सूची में जोड़ा है. नवीनतम अध्ययन भारत में COVID-19 की दूसरी लहर के उछाल के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर किया गया था, जिन्हें मुख्य रूप से कोवैक्सिन की पेशकश की गई थी.

Advertisement

Covaxin और Covishield को अमेरिका-रूस सहित 96 देशों ने दी मान्यता, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा

आंकड़ों के अनुसार कोवैक्सीन टीका बिना किसी लक्षण वाले मरीजों को 63.6 प्रतिशत की सुरक्षा प्रदान करता है. देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान सबसे अधिक प्रभावी रहे डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ यह टीका 65.2 प्रतिशत और सार्स-सीओवी-2 वायरस के सभी प्रकारों के खिलाफ 70.8 प्रतिशत कारगर है.कोवैक्सीन के  प्रभावकारिता विश्लेषण के अनुसार देश में निर्मित यह टीका कोविड-19 के गंभीर लक्षणों के खिलाफ 93.4 प्रतिशत प्रभावी है.
 

Advertisement
वीडियो: अफवाह बनाम हकीकत: यूरोप में फिर बढ़े मामले, जानिए कहां हो रही गलती और क्‍या रखनी है सावधानी

Featured Video Of The Day
दिनभर की बड़ी News मिनटों में देखिए |Gwalior में दिनदहाड़े बच्चे के अपहरण से हड़कंप, अन्य बड़ी खबरें