दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने डीडीए लैंड पूलिंग पॉलिसी के नाम पर ठगी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में एक सोसायटी का सचिव है. सोसायटी का नाम "एमटीएनएल एम्प्लायज हाउस वेलफेयर सोसायटी" है. आरोपियों पर 45 निवेशकों से 4.60 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है. पुलिस के मुताबिक इस सोसायटी का एमटीएनएल या उसके कर्मचारियों से कोई संबंध नहीं है. इस सोसायटी का पंजीकरण सोसायटी के उप रजिस्ट्रार के कार्यालय द्वारा रद्द कर दिया गया है. पुलिस के मुताबिक रेरा में पंजीकरण के बिना फ्लैट उपलब्ध कराने के नाम पर कोई भी सोसायटी पैसा नहीं ले सकती.
आर्थिक अपराध शाखा की ज्वाइंट कमिश्नर छाया शर्मा के मुताबिक जेएस ढाका नाम के शख्स ने एमटीएनएल हाउसिंग सोसायटी के खिलाफ शिकायत देकर आरोप लगाया है कि उसने अगस्त 2019 में "एमटीएनएल एम्प्लायज हाउस वेलफेयर सोसायटी" में एक फ्लैट बुक किया था. इस सोसायटी ने एक विज्ञापन दिया था और उस विज्ञापन को देखकर उन्होंने एक बीएचके फ्लैट जो कि करीब 20 लाख रुपये का था, उसे करीब साढ़े 4 लाख रुपये देकर बुक कराया. लेकिन अब तक ज़मीन पर कोई निर्माण कार्य नहीं किया गया.
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की. जांच में सामने आया है कि डीडीए की लैंड पूलिंग पॉलिसी के नाम पर 45 लोगों से 4.60 करोड़ रुपये वसूले गए. इस पैसे का लगभग 90% मैट्रिक्स एंटरप्राइजेज के खाते में ट्रांसफर किया गया. मैट्रिक्स इंटरप्राइजेज पर निवेशकों को लाने और ज़मीन मुहैया कराने की ज़िम्मेदारी थी. इसके बदले उसे एक बड़ा कमीशन दिया गया था. यह रकम आरोपी जतिन गुलराजानी की पत्नी, जो सोसायटी की सचिव थी और एक आरोपी शख्स के बैंक खाते में जमा पाई गई.
सोसायटी की ओर से आरोपी जतिन गुलराजानी द्वारा मैट्रिक्स इंटरप्राइजेज से कॉन्ट्रैक्ट 4 करोड़ रुपये प्रति एकड़ किया गया जबकि ज़मीन के मालिक के साथ इस एजेंसी द्वारा ज़मीन का समझौता मात्र 2.25 करोड़ रुपये प्रति एकड़ की दर से किया गया. इसके अलावा सोसायटी ने इस मैट्रिक्स एंटरप्राइजेज को सोसायटी के मेम्बर बनाने के लिए भारी कमीशन भी दिया था.
आरोपी राजकुमार मैट्रिक्स इंटरप्राइजेज का मालिक है. पुलिस ने जांच के बाद आरोपी राजकुमार और जतिन गुलराजानी को गिरफ्तार कर लिया. राजकुमार जतिन गुलराजानी के साथ हाथ मिलाने से पहले कंप्यूटर रिपेयरिंग आदि का काम करता था.
डीडीए की लैंड पूलिंग पॉलिसी के नाम पर ठगी करने के मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 28 मामले दर्ज किए हैं और 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि ऐसी किसी भी योजना में निवेश करने से पहले विशेष सावधानी बरतें और इस संबंध में डीडीए द्वारा समय-समय पर जारी किए गए विशिष्ट दिशानिर्देशों को ध्यान से पढ़ें. कोई भी पीड़ित व्यक्ति आर्थिक अपराध शाखा, मंदिर मार्ग, नई दिल्ली से संपर्क कर सकता है और कार्यालय समय में किसी भी कार्य दिवस पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. शिकायतें इलेक्ट्रॉनिक रूप से dcp-eow-dl@nic.in पर भी भेजी जा सकती हैं.