2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. कर्नाटक, मिजोरम, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में होने वाले चुनाव को सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. इसको लेकर इन प्रदेशों में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच ट्विटर वॉर शुरू हो गया है. दोनों अपनी-अपनी सरकारों में बेहतर काम किए जाने के दावे कर रहे हैं.
पूर्व सीएम रमन सिंह ने ट्वीट कर अपनी सरकार में 2008 से 2018 के बीच लोगों को रिकॉर्ड पट्टा दिए जाने और देश में दूसरे स्थान पर आने का दावा किया. जबकि इस मामले में भूपेश बघेल सरकार की आलोचना की.
वहीं उनके ट्वीट पर पलटवार करते हुए भूपेश बघेल ने अपनी सरकार का पूरा ब्यौरा पेश किया और कहा कि मैं आपको बताता हूं कि आंकड़ों की बाज़ीगरी और लफ़्फाज़ी के हुनर से 15 साल प्रदेश को ठगने के वाले डियर 'झूठों के सरताज'! वन अधिकार पत्रों की वास्तविकता क्या है.
फिर रमन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा, "झूठ की आयु कुछ ही दिन है, अंत में वह घबराता है जब सत्य सनातन सामने आकर अपना रूप दिखाता है. भूपेश बघेल डंके की चोट पर चुनौती दे रहा हूं, वन अधिकार पट्टों के इस सत्य से टकराकर दिखाइए, साढ़े 4 सालों के कुशासन ने प्रदेश का जो हाल किया है उसकी सच्चाई से भाग नहीं सकते. अब यहां-वहां की बातें करके जनता को बरगलाना मत, सिर्फ इसी मुद्दे पर टिके रहना. यह आंकड़े उसी भारत सरकार के हैं, जिनके पुरुस्कार तो बड़े गौरव से स्वीकार कर लेते हो, लेकिन जब वह कड़वी सच्चाई सामने रखते हैं तब उनके आंकड़ों से मुंह छुपा लेते हो
छत्तीसगढ़ : VHP के नेताओं ने एक विशेष समुदाय के आर्थिक बहिष्कार की शपथ ली