तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के हिन्दुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने विभिन्न शासनकालों के दौरान दशकों से चली आ रही राजनीतिक उथल-पुथल के हानिकारक प्रभाव को रेखांकित करते हुए कहा कि लगातार सरकारों के तहत बंगाल की औद्योगिक गिरावट ने आर्थिक प्रगति में बाधा उत्पन्न की है.

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पीएम मोदी ने कहा कि विभिन्न घोटालों के जरिए बंगाल की जनता को लूटने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
बर्द्धमान (पश्चिम बंगाल):

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर छोड़ दिया है और उसके नेतृत्व वाली सरकार यहां भ्रष्टाचार के साथ ही तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त है तथा राज्य में लोकतंत्र की कब्र खोद रही है. बर्धमान-दुर्गापुर और कृष्णानगर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई से स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) घोटाले के कारण नौकरी गंवाने वाले ‘वास्तविक शिक्षकों और उम्मीदवारों' की मदद के लिए एक अलग कानूनी प्रकोष्ठ बनाने को कहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि विभिन्न घोटालों के जरिए बंगाल की जनता को लूटने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और यह ‘मोदी की गारंटी' है. मुर्शिदाबाद जिले में तृणमूल कांग्रेस के विधायक हुमायूं कबीर की एक कथित टिप्पणी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में हिंदू दोयम दर्जे के नागरिक क्यों बन गए हैं... टीएमसी के एक विधायक ने हाल ही में बयान दिया था कि वे हिंदुओं को भागीरथी नदी में फेंक देंगे। यह किस तरह की राजनीति है? क्या तृणमूल कांग्रेस के लिए मानवता से ज्यादा तुष्टीकरण महत्वपूर्ण है?'' प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें राम मंदिर, रामनवमी, शोभा यात्रा और जय श्रीराम के नारों तक से समस्या है.

एसएससी घोटाले से जुड़ी शिकायतों के समाधान के प्रयास के तहत मोदी ने प्रभावित व्यक्तियों, खासकर नौकरी गंवाने वाले वास्तविक उम्मीदवारों की मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस की निगरानी में स्कूल भर्ती में हुआ भ्रष्टाचार निंदनीय है. इस घोटाले के कारण कई योग्य और वास्तविक उम्मीदवारों को नुकसान उठाना पड़ा है. मैंने बंगाल भाजपा इकाई से वास्तविक उम्मीदवारों और शिक्षकों को मदद प्रदान करने के लिए एक अलग कानूनी प्रकोष्ठ और सोशल मीडिया मंच बनाने के लिए कहा है. कोई फर्क नहीं पड़ता कि चुनाव भी चल रहे हैं, पार्टी पूरी मदद करेगी.''

पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार लोगों और निर्दोष पीड़ितों के बीच अंतर करने की आवश्यकता पर जोर दिया, निर्दोष लोगों के हितों की रक्षा करते हुए गलत करने वालों को जवाबदेह ठहराने का संकल्प लिया. उन्होंने कहा, ‘‘आज, मैं बंगाल के युवाओं को गारंटी देता हूं कि मोदी उन्हें शांति से बैठने नहीं देंगे जिन्होंने बंगाल के युवाओं को रुलाया है. यह मोदी की गारंटी है कि विभिन्न घोटालों के जरिए राज्य के लोगों को लूटने में शामिल दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.''

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तृणमूल कांग्रेस पर शिक्षकों की भर्ती में बड़ा घोटाला कर युवाओं के भविष्य को खतरे में डालने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि हम चाहते हैं कि भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को सजा मिले, लेकिन निर्दोषों को परेशानी भी नहीं होनी चाहिए. भाजपा ऐसे ईमानदार उम्मीदवारों का समर्थन करेगी और उन्हें कानूनी मदद मुहैया कराकर उनके लिए लड़ेगी. यह मोदी की गारंटी है.''

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कलकत्ता उच्च न्यायालय की तरफ से पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में राज्य स्तरीय चयन परीक्षा 2016 (एसएलएसटी) की भर्ती प्रक्रिया को अमान्य घोषित किए जाने के एक हफ्ते बाद मोदी की यह टिप्पणी आई है. अदालत के आदेश के बाद लगभग 26,000 लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है. उत्तर 24 परगना के संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं के प्रति ‘उदासीन' रवैया अपनाने के लिए तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की. संदेशखाली में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के खिलाफ यौन शोषण के आरोप सामने आए हैं.

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पीएम मोदी ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने अपनी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण संदेशखालि मामले के मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ा क्योंकि उसका नाम शाहजहां शेख है. वहां महिलाओं के विरुद्ध इतने अत्याचार किए गए और पूरा देश दोषियों को सजा देना चाहता था, लेकिन तृणमूल कांग्रेस अंत तक मुख्य आरोपी को बचाती रही.''

संदेशखाली से हाल ही में एक छापे के दौरान हथियार और गोला-बारूद की जब्ती पर मोदी ने आश्चर्य जताया और कटाक्ष किया कि क्या हथियार राज्य में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए थे? उन्होंने कहा, ‘‘संदेशखाली से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया था तो क्या यह बंगाल में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए था? तृणमूल कांग्रेस राज्य में लोकतंत्र की कब्र खोद रही है.''

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पीएम मोदी ने कहा कि तृणमूल नेतृत्व शुरू से ही जानता था कि संदेशखाली में क्या हो रहा है लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि वह अपने वोट बैंक को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता था. मोदी ने कहा कि देश केवल अनुमान लगा सकता है कि बंगाल में और कितने संदेशखाली छिपे हुए हैं.

प्रधानमंत्री ने विभिन्न शासनकालों के दौरान दशकों से चली आ रही राजनीतिक उथल-पुथल के हानिकारक प्रभाव को रेखांकित करते हुए कहा कि लगातार सरकारों के तहत बंगाल की औद्योगिक गिरावट ने आर्थिक प्रगति में बाधा उत्पन्न की है. उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस का राजकोष, अस्पतालों और कानून-व्यवस्था पर पूरा नियंत्रण है. टीएमसी ने लोगों का शोषण करने के लिए असामाजिक तत्वों को खुली छूट दे दी है. कोई अन्य राजनीतिक दल नहीं है जो इस तरह के गिरोह की तरह काम करता है. तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के बाहर के तत्वों को शरण दी है और उन्हें लोगों के खिलाफ अत्याचार करने की अनुमति दी है.''
 

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