गैंगस्टर दीपक उर्फ बॉक्सर विदेश भागा, जानें-नेशनल लेवल के गोल्ड मेडलिस्ट से कैसे बना अपराध का सरगना

दीपक पहल उर्फ बॉक्‍सर सोनीपत के गन्नौर का रहने वाला है और जूनियर नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रहा है, उस पर 3 लाख का इनाम है.

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दीपक पहल उर्फ बॉक्सर सोनीपत के गन्नौर का रहने वाला है
नई दिल्‍ली:

Gangster Deepak pahal aka Boxer: जेल से बाहर चल रहा टॉप गैंगस्टर बॉक्सर मेक्सिको पहुंच गया है. जानकारी के अनुसार, बरेली से फर्जी पासपोर्ट बनाकर वह कोलकाता से विदेश भागा है. रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र की हत्या के बाद बॉक्‍सर ने गोगी गिरोह की कमान संभाल रखी है. रंगदारी के लिए उसने दिनदहाड़े गोलियां चलाकर सनसनी फैला दी थी. इस समय जेल से बाहर चल रहा दिल्ली, एनसीआर व हरियाणा का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर दीपक पहल उर्फ पहलवान उर्फ बॉक्सर विदेश भाग गया है. वह फर्जी पासपोर्ट से मैक्सिको पहुंच गया है और खबर है कि बॉक्सर मैक्सिको में बैठकर भारत में जबरन वसूली के धंधे में लगा हुआ है.

सूत्रों के मुताबिक लारेंस बिश्रोई-गोल्डी बरार का उसे विदेश भगाने में हाथ है. दीपक सोनीपत के गन्नौर का रहने वाला है और जूनियर नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट रहा है, उस पर 3 लाख का इनाम है. कम समय में ज्‍यादा धन कमाने की लालच में उसने अपराध की दुनिया की ओर रुख किया था.

रवि अंतिल के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया

सूत्रों के मुताबिक दीपक ने यूपी के मुरादाबाद से रवि अंतिल के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया है. इसके बाद वह जनवरी के पहले हफ्ते में विदेश भागने में कामयाब रहा. उसने कोलकाता से फ्लाइट पकड़ी थी. बता दें रोहिणी कोर्ट में गोगी गिरोह के सरगना जितेंद्र गोगी की गोलियां से भूनकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से गिरोह की कमान बॉक्सर संभाल रहा था. बॉक्सर वर्ष 2016 में बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस कस्टडी से गोगी को छुड़ाने के बाद चर्चा में आया था, उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. 

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पुलिस कस्टडी से गोगी को छुड़ाने के बाद चर्चा में आया था

दीपक उफ बॉक्‍सर  2016 में बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस कस्टडी से गोगी को छुड़ाने के बाद चर्चा में आया था. गैंग पर 2018 में मकोका लगने के बाद से फरार है. इस दौरान भी दो मर्डर, पुलिसवाले पर कातिलाना हमला और मार्च 2021 में कुलदीप उर्फ फज्जा को जीटीबी अस्पताल से पुलिस कस्टडी से भगाकर ले जाने में वॉन्टेड है, अब कुछ मर्डर और एक्सटॉर्शन में इसका नाम आया है. इसे लॉरेंस बिश्नोई क्राइम सिंडिकेट का सपोर्ट है. माना जा रहा है कि इसी सिंडिकेट ने उसे विदेश भगाया है.

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