टीएमसी नेता साकेत गोखले को फिर से गिरफ़्तार कर लिया गया है. ज़मानत मिलने के कुछ घंटों बाद ही उन्हें मोरबी पुलिस ने गिरफ़्तार किया. उन्हें गुजरात में मोरबी ले जाया गया है.
साकेत गोखले के समर्थन में 5 टीएमसी नेताओं का एक दल मोरबी जा रहा है. इस दल में डोला सेन, खलीलुर रहमान, असित कुमार, डॉ. शांतनु सेन और सुनील कुमार मंडल शामिल हैं. टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि साकेत गोखले को बिना किसी नोटिस या वारंट के गिरफ़्तार किया गया है. साकेत गोखले को मंगलवार को भी पीएम मोदी के ख़िलाफ़ एक फ़र्ज़ी ट्वीट के मामले में गिरफ़्तार किया गया था.
गुजरात पुलिस ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने जाली दस्तावेजों में आरोप लगाया कि पुल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए. साकेत गोखले को कल रात जयपुर से पीएम मोदी की यात्रा पर एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कहा गया था कि "आरटीआई से पता चला है कि पीएम की मोरबी यात्रा में 30 करोड़ रुपये खर्च हुए", इसे सरकार की तथ्य-जांच इकाई द्वारा "फर्जी" के रूप में चिह्नित किया गया था.
साइबर सेल के सूत्रों ने NDTV को बताया कि साकेत गोखले ने अपने ट्वीट में मीडिया क्लिपिंग में अखबार गुजरात समाचार के फॉन्ट का इस्तेमाल करते हुए दावा किया कि यह आरटीआई का जवाब है. गुजरात समाचार ने कोई आरटीआई दाखिल करने से इनकार किया था. सूत्रों ने कहा, "पूरा आरटीआई साकेत गोखले द्वारा निर्मित किया गया था."
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