दिल्ली की यात्रा पर आईं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee)ने बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस भेंट के बाद ममता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ' राज्य का मुद्दों को लेकर मैं पीएम से मिली हूं. कई बार तूफान आए,आपदा आई. रुपया नहीं मिलेगा तो राज्य कैसे चलेगा? ममता के अनुसार उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के मुद्दे पर बात की. संघीय ढांचा को लेकर बात की. BSF को ज़्यादा पावर देने से कानून व्यवस्था का मामला होता है. कई बार बॉर्डर में गोली चलाने से लोगो की मौत हो जाती है. अगर राज्य से मदद चाहिए तो बताए. संघीय ढांचे कोबचाने की जरूरत है. बीएससफ के आदेश को वापस लिया जाना चाहिए. '
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पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा, 'हमने कोरोना वैक्सीन को लेकर बात की. 12 से 18 साल की उम्र के किशोरों के वैक्सीनेशन को लेकर बात हुई. जूट इंडस्ट्री को लेकर बात की. अब किसान जूट बेच नही सकते पीएम से आग्रह किया कि जो कैप बनाया गया है उसको खत्म करें. ' केंद्र के साथ पश्चिम बंगाल सरकार के संबंध को लेकर कहा कि हमारे और आपके बीच राजनीतिक मतभेद हो इसका असर विकास का नहीं पड़ना चाहिए. हमने अगले वर्ष अप्रैल में होने वाली बिजनेस समिट के उद्घाटन के लिए पीएम को आमंत्रित किया है, जिसे उन्होंने स्वीकार किया है.' ममता ने कहा कि राजनैतिक विरोध अपनी जगह पर है पर मिलना-जुलना जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल और डेवलपमेंट रिलेशन अलग-अलग होते हैं. त्रिपुरा में हो रही हिंसा को लेकर बात की है.
यूपी में अगले वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं यूपी में बीजेपी हारे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव अगर मदद चाहते है तो हम तैयार हैं. एक अन्य सवाल पर ममता ने कहा कि हम चाहते हैं न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बने. अपनी प्रस्तावित मुंबई यात्रा को लेकर कहा कि 30 को मुंबई जाऊंगी तो उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मिलूंगी.