त्रिपुरा उपचुनाव से ठीक कुछ दिन पहले टिपरा मोथा के प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मन ने शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. त्रिपुरा के दो विधानसभा क्षेत्रों में पांच सितंबर को उपचुनाव होने हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्वोत्तर के समन्वयक संबित पात्रा ने एक्स (ट्विटर) पर कहा, "प्रद्योत माणिक्य जी ने आज दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह जी के साथ एक सार्थक बैठक की. उन्होंने स्वदेशी लोगों के अधिकारों और कल्याण के संबंध में चर्चा की. प्रधानमंत्री का त्रिपुरा और देश के बाकी हिस्सों के आदिवासियों के अधिकार सुरक्षित रखने और उन्हें सशक्त बनाने का दृष्टिकोण रहा है.“
सूत्रों ने कहा कि यह बैठक राजनीतिक महत्व रखती है क्योंकि सीपीआई (एम) ने हाल ही में इस क्षेत्रीय पार्टी के साथ चर्चा की थी और त्रिपुरा के सिपाहीजला जिले में धनपुर और बॉक्सानगर सीटों पर उपचुनाव के लिए उसका समर्थन मांगा था.
त्रिपुरा के आदिवासियों की संवैधानिक मांगों पर बातचीत
हालांकि देबबर्मन के करीबी सूत्रों ने संकेत दिया कि बैठक में बातचीत त्रिपुरा के आदिवासियों की संवैधानिक मांगों से संबंधित मुद्दों पर टिपरा मोथा सहित त्रिपुरा में क्षेत्रीय दलों से बात करने की केंद्र की पहल के अनुरूप थी.
जब त्रिपुरा में आदिवासियों के अधिकारों की बात आती है तो देबबर्मन को सबसे प्रमुख आवाज के रूप में देखा जाता है.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक्स पर लिखा, "निश्चित रूप से यह वास्तव में प्रेरक है. मुझे विश्वास है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन से उत्तर-पूर्व के राज्यों में स्वदेशी समुदायों द्वारा अनुभव की जाने वाली चुनौतियों का स्थायी समाधान प्राप्त किया जाएगा."
टिपरा मोथा के सीपीआई (एम) को समर्थन की संभावना नहीं
एक सोशल मीडिया पोस्ट पर टिपरा मोथा प्रमुख ने संकेत दिया था कि उनकी पार्टी के सीपीआई (एम), जिसने उपचुनाव में उम्मीदवार उतारे हैं, का समर्थन करने की संभावना नहीं है.
बीजेपी सीपीआई (एम) से मुकाबला करने के लिए तैयार है क्योंकि टिपरा मोथा और कांग्रेस ने उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.
सीपीआई (एम) के विधायक समसुल हक की मौत के कारण बॉक्सानगर निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव आवश्यक हो गया था. केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने धनपुर के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया, इसलिए उस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है.