दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने असम में अपनी पहली राजनीतिक रैली में राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने अपनी रैली में कहा कि एक राज्य का मुख्यमंत्री किसी दूसरे राज्य के सीएम को धमकी दे, ये कहीं से भी शोभा नहीं देता. सीएम केजरीवाल ने असम के मुख्यमंत्री के नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि सीएम सरमा ने पिछले सात वर्षों में केवल गंदी राजनीति की है. बता दें कि असम के मुख्यमंत्री ने सीएम केजरीवाल को अपने इस आरोप को दोहराने की चुनौती दी थी कि जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके खिलाफ अन्य राज्यों में मामले हैं. अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मैंने सुना है कि हिमंत बिस्वा सरमा ने क्या कहा है. वह मुझे धमकी दे रहे थे. कह रहे थे कि अगर केजरीवाल आया तो हम उसे जेल में डाल देंगे. असम के लोग ऐसे नहीं हैं, वे मेहमाननवाज हैं. वे धमकी नहीं देते. सीएम हिमंत बिस्वा सरमा को चाहिए की असम की संस्कृति और परंपरा के बारे में जानें.
यह कहा था सरमा ने
अरविंद केजरीवाल को हिमंत बिस्वा सरमा ने कायर कहते हुए कहा था, "वह दिल्ली विधानसभा की ओट के पीछे छिपे हैं और सफेद झूठ बोल रहे हैं." असम के मुख्यमंत्री ने गुवाहाटी में संवाददाताओं से कहा, "विधानसभा परिसर के बाहर उन्हें यह कहने दीजिए कि मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला लंबित है और मैं उनके खिलाफ वैसे ही मुकदमा करूंगा, जैसा मैंने उनके सहयोगी मनीष सिसोदिया के साथ किया था." आपको बता दें कि मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि असम सरकार ने COVID-19 महामारी के दौरान बाजार दर से ऊपर व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) किट की आपूर्ति करने के लिए 2020 में अपनी पत्नी की फर्मों और बेटे के बिजनेस पार्टनर को ठेके दिए थे. इस पर सरमा ने जुलाई में मनीष सिसोदिया पर मानहानि का दावा किया था.
फिर पीएम की डिग्री पर बोले
केजरीवाल ने आज असम में कहा, "मैं उन्हें दिल्ली आमंत्रित करता हूं, उन्हें मेरा मेहमान बनने दीजिए. मैं उन्हें चाय दूंगा और उन्हें दिल्ली घुमाने ले जाऊंगा. इस तरह की खुली धमकी मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देती."केजरीवाल ने प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता पर भी अपना सवाल दोहराया और कहा कि आज के युवा आकांक्षी हैं और एक अशिक्षित व्यक्ति उनका नेतृत्व नहीं कर सकता. उन्होंने कहा, "मैं आप सभी से पूछना चाहता हूं, क्या आपको लगता है कि लोग एक शिक्षित प्रधानमंत्री चाहते थे या नहीं? आज, हमारा युवा एक महत्वाकांक्षी युवा शक्ति है. एक कम शिक्षित या अशिक्षित व्यक्ति एक महत्वाकांक्षी पीढ़ी का नेतृत्व नहीं कर सकता है."
'दिल्ली मॉडल' से की तुलना
केजरीवाल ने विकास के अपने 'दिल्ली मॉडल' की तुलना भाजपा के शासन से की और दावा किया कि पूर्वोत्तर राज्य में सत्ता में आने वाली सभी पार्टियों ने केवल लोगों को 'धोखा' दिया और 'लूटा' है. केजरीवाल ने असम के लोगों से कहा कि आपने कांग्रेस को 52 साल, असम गण परिषद को 10 साल और सात साल भाजपा को दिए. आपने उन्हें अपना वोट दिया, लेकिन आपको उनसे क्या मिला? इन पार्टियों ने आपको केवल धोखा दिया." केजरीवाल ने कहा, "हम पंजाब में अच्छा काम कर रहे हैं और अब अगर हमें असम में मौका मिला तो हम यहां भी अच्छा काम करेंगे." पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी दौरे पर केजरीवाल के साथ हैं.
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