बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने भामाशाह जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्र सरकार और बीजेपी पर इशारों ही इशारों में निशाना साधा है. नीतीश कुमार ने कहा कि जो देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं, देश उन्हीं को बदल देगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोग सबके हित में हैं. नीतीश कुमार का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब एनसीईआरटी के सिलेबस से मुगल इतिहास सहित कई चैप्टर हटाने को लेकर घमासान मचा हुआ है.
नीतीश कुमार ने भामाशाह जयंती पर बोलते हुए कहा, "जो देश के इतिहास को बदलना चाहते हैं, वो देश का इतिहास नहीं बदलेगा, जो इस तरह का काम करने में लगे हैं, देश उन्हीं को बदल देगा. इसलिए हम चाहते हैं कि लोग किसी भी जाति के हों, धर्म के हो, सबसे आग्रह करेंगे और आप लोगों को भामाशाह का ध्यान में हैं, उन्होंने कितना बड़ा काम किया जो उन्होंने महाराणा प्रताप का साथ दिया. इन सब चीजों को याद रखिएगा, हम लोग तो सबके हित में हैं."
इससे पहले, नीतीश कुमार ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि इस तरह के लोगों के पास बुद्धि नहीं है. सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को लेकर कहा था कि हमको बदला लेना है कि हमारे नेता नरेंद्र मोदीजी के कमिटमेंट को जब उन्होंने 2020 में पूरा किया और घोषणा की थी कि हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे. उसके बाद भी वो भाग गए, जब वो भाग ही गए तो राजनीतिक तौर पर हम लोगों को उन्हें मिट्टी में मिलाने का काम करना होगा.
बता दें कि देश में एनसीईआरटी के सिलेबस में बदलाव को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. सिलेबस से मुगल साम्राज्य से जुड़े कुछ चैप्टर अब सीबीएसई और यूपी बोर्ड के 12वीं कक्षा के छात्रों के इतिहास के पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं होंगे. वहीं मुगल इतिहास के साथ ही नागरिक शास्त्र का सिलेबस भी बदला गया है. पाठ्यक्रम में अब फिराक और निराला की रचनाएं भी अब नजर नहीं आएंगी.
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