रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना (Train Accident) स्थल पर मरम्मत कार्य की समीक्षा की. वैष्णव ने कहा कि वह चाहते हैं कि बहाली का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए. तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर में कम से कम 288 लोग मारे गए हैं और लगभग 803 घायल हो गए हैं. दुर्घटना में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल थी. हादसे में मरने वालों की आधिकारिक संख्या पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रेल मंत्री ने कहा, "हम पूरी पारदर्शिता चाहते हैं, यह राजनीति करने का समय नहीं है, यह समय यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करने का है कि बहाली सही समय पर हो.
इससे पहले शनिवार को ममता बनर्जी और वैष्णव मीडिया से बात करते हुए - भयानक दुर्घटना में मरने वालों की संख्या पर असहमत थे. वैष्णव, जो ममता बनर्जी के साथ खड़े थे, ने उन्हें सही करने की मांग की जब उन्होंने सुझाव दिया कि मृत्यु संख्या 500 के बराबर हो सकती है. ममता ने कहा कि मैंने सुना है कि मरने वाली की संख्या 500 हो सकती है. जबकि वैष्णव ने मृत्यु संख्या (उस समय) को 238 बताई थी.
दुर्घटना में एक ट्रेन दूसरी ट्रेन से इतनी जोर से टकराई कि डिब्बे हवा में ऊंचे उठ गए, मुड़ गए और फिर पटरी से उतर गए. एक अन्य डिब्बा दूसरी बोगी की छत पर चढ़ गया. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दो ट्रेनों में 3,400 से अधिक यात्री यात्रा कर रहे थे. रेल मंत्रालय ने दुर्घटना कैसे हुई, इसकी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. मंत्रालय ने मरने वालों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. पीएम मोदी ने पीएम के राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिवार के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की है.
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