इस महीने की शुरुआत में तुर्की में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप की चपेट में आकर हजारों लोगों ने अपनी जान गवां दी. तुर्की को राहत और बचाव कार्यों में सहायता प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने 'ऑपरेशन दोस्त' शुरू किया. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और भारतीय सेना की टीमों ने भूकंप प्रभावित देश में चौबीसों घंटे काम किया. वहीं अब भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने भारत के योगदान के लिए शुक्रिया अदा किया है और मदद को सराहनीय बताया है.
सुनेल ने एक ट्वीट कर लिखा कि, "भारत सरकार की तरह, बड़े दिल वाले भारतीय लोगों ने भी भूकंप क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हाथ मिलाया है. हम आपकी बहुमूल्य मदद के लिए वास्तव में आपकी सराहना करते हैं." साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें दिखाया कि भारत से कितने टन सामग्री आई है.
बता दें 6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या 44,000 से अधिक हो गई है. अधिकांश प्रांतों में बचाव कार्यों को बंद कर दिया गया है.
यूक्रेन युद्ध में रूस को "घातक मदद" दे सकता है चीन : अमेरिका
भारत तुर्की और सीरिया में राहत और बचाव कार्यों में मदद पहुंचाने वाले देशों में से एक है. वहीं आठवीं बटालियन एनडीआरएफ की टीम शुक्रवार को गाजियाबाद लौट आई है. गाजियाबाद में बैंड बाजे के साथ माला पहनाकर एनडीआरएफ टीम का स्वागत किया गया. 'एनडीआरएफ की जय' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए गए.
एनडीआरएफ की टीम ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में 10 दिनों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों की जान बचाई. मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया. टीम ने वहां के लोगों का विश्वास और दोस्ती जीती. इतना ही नहीं तुर्की के अदाना एयरपोर्ट से जब यह टीम वापस इंडिया आ रही थी, तो लोग कुछ क्षण के लिए वो भावुक हो गए थे. वहां मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजाकर एनडीआरएफ की टीम को विदाई दी थी.