- गिरिराज सिंह के 'बुर्के' वाले बयान पर बयानबाजी तेज हो गई है. अब उनके खिलाफ अबू आजमी बरसे.
- अबू आजमी ने गिरिराज सिंह के बयान को लोगों को बांटने और पोलराइज करने वाला बताया है.
- अबू आजमी ने कहा कि ये देश सेकुलर है. सबकी अपनी-अपनी आस्था है. गिरिराज सिंह रोजाना जहर बोलते हैं.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के 'बुर्के' वाले बयान को लेकर अब बयानबाजी तेज हो गई है. इस मामले में अबू आजमी ने गिरिराज सिंह पर बरसते हुए कहा कि ये देश सेकुलर है. सबकी अपनी-अपनी आस्था है. गिरिराज सिंह रोजाना जहर बोलते हैं. वहीं ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि कुछ हिंदू भी बुर्का पहनकर वोट दे रहे हैं. इसलिए उन्हें कहना चाहिए कि फर्जी मतदान को रोकने के लिए बुर्का पहनने वाले लोगों को चाहे वे भाजपा के हों या किसी अन्य पार्टी के, अपना चेहरा दिखाना चाहिए ताकि फर्जी वोट न पड़े.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ‘बुर्के' वाले बयान पर कहा, "ये देश सेकुलर है. सबकी अपनी-अपनी आस्था है. गिरिराज सिंह रोजाना जहर बोलते हैं. उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होती है. ऐसी बेहूदा बातें मैं समझता हूं लोगों को पोलराइज करने के लिए की जा रही हैं. देश में जिसको बुर्का पहनना है, वह पहनेगा. जहां बुर्के से पर्दा हटाकर पहचान कराने की बात है तो पहचान कराई जाएगी..."
कुछ हिंदू भी बुर्का पहन वोट दे रहे: मौलाना साजिश रशीदी
वहीं ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने कहा, "यह एक अच्छा सवाल था और जवाब भी अच्छा था, मैं इसकी सराहना करता हूं. हालांकि, एक और चिंता है जिसका उल्लेख नहीं किया गया. आजकल, कुछ हिंदू भी बुर्का पहनकर वोट दे रहे हैं. इसलिए गिरिराज सिंह को यह भी कहना चाहिए था कि फर्जी मतदान को रोकने के लिए, बुर्का पहनने वाले लोगों को चाहे वे भाजपा के हों या किसी अन्य पार्टी के अपना चेहरा दिखाना चाहिए ताकि फर्जी वोट न पड़े..."
गिरिराज सिंह ने ये कहा था
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था, "चुनाव आयोग ने व्यवस्था दी हुई है, कानून का राज है. जिसे बुर्के से नाराजगी है, जिसको आपत्ति है तो बुर्का उठाकर दिखाना चाहिए. आधार कार्ड बनाना चाहते हो तो वहां क्यों शरिया कानून नहीं दिखता. एयरपोर्ट जाते हो तो शरिया कानून नहीं दिखता. मुल्लाओं को यहीं दिखता है शरिया कानून... शरिया कानून नहीं है, ये पाकिस्तान नहीं है, हिन्दुस्तान है. यहां संविधान है और देश इसी से चलेगा."














