तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के इस दावे को केंद्र सरकार ने भ्रामक बताया है जिसमें ये दावा किया गया था कि कल भारी बारिश के बाद दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल में पानी भर गया था. टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने एक वीडियो ट्वीट कर बारिश के बाद एक गलियारे में पानी जमा होने के बाद जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम में खराब बुनियादी ढांचे का आरोप लगाया.
गोखले ने ट्वीट किया, "4,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद, बुनियादी ढांचे की यह स्थिति है."
इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए, सरकार ने कहा कि रात भर की बारिश के कारण मामूली जलजमाव को पंपों से तुरंत साफ कर दिया गया.
सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने गोखले की पोस्ट के स्क्रीनशॉट के साथ एक्स पर पोस्ट किया, "एक वीडियो में दावा किया गया है कि जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल पर जलजमाव है. ये दावा अतिरंजित और भ्रामक है. खुले क्षेत्र में मामूली जलजमाव को तेजी से साफ कर दिया गया, क्योंकि रात भर की बारिश के बाद पंपों को काम पर लगाया गया. फिलहाल आयोजन स्थल पर कोई जलजमाव नहीं है."
कांग्रेस पार्टी ने भी वीडियो शेयर किया. कांग्रेस ने पोस्ट में कहा, "खोखला विकास बेनकाब हो गया. भारत मंडपम जी20 के लिए तैयार किया गया था. 2,700 करोड़ रुपये खर्च किए गए. यह एक बारिश में बर्बाद हो गया."
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति इनासियो लूला डी सिल्वा को सौंपी और भारत की अध्यक्षता के दौरान लिए गए फैसलों पर हुई प्रगति की समीक्षा के लिए नवंबर में एक डिजिटल सत्र के आयोजन का प्रस्ताव दिया.