महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के शिवसेना गुट को उम्मीद है कि उद्धव ठाकरे के शिवसेना समूह के साथ विवाद के बीच पार्टी के सभी नेता विधानसभा में भाग लेने के उसके आह्वान का पालन करेंगे. चुनाव आयोग द्वारा शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को शिवसेना का नाम और धनुष-बाण पार्टी का चिह्न देने के बाद शिवसेना दावा कर रही है कि वह पार्टी के सभी नेताओं का उनकी गुटीय वफादारी के बावजूद प्रतिनिधित्व करते हैं. महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के मुख्य सचेतक भरत गोगावले ने कहा, "केवल एक शिवसेना है. हमारे पास पार्टी का नाम और प्रतीक है. सभी को हमारे साथ रहना होगा और हम जो कहते हैं, उसका पालन करना होगा. यदि वे नहीं करते हैं, तो हम देखेंगे कि दो सप्ताह बाद उनके साथ क्या करने की आवश्यकता है."
अभी किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे
शिवसेना ने कल उच्चतम न्यायालय को आश्वासन दिया था कि पार्टी कम से कम दो सप्ताह तक ऐसे किसी भी नेता के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी, जो मुख्य सचेतक के आदेशों के खिलाफ जाता है. गोगावले ने कहा कि शिवसेना लोकसभा में अपने मुख्य सचेतक को भी बदलेगी और शिंदे जल्द ही नाम की घोषणा करेंगे. उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "हम अभी किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे. हमारा व्हिप केवल यही कहता है कि सभी को विधानसभा सत्र में भाग लेना चाहिए." गोगावले ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के कई विधायक "हमारे साथ शामिल होने के लिए तैयार हैं."
अब तो शरद पवार ने भी कह दिया
भरत गोगावले ने कहा, "वे हमारे साथ आएंगे. हम इंतजार करो और देखो की स्थिति में हैं... यही वजह है कि आदित्य ठाकरे हर दिन दावा कर रहे हैं कि आज, कल, परसों सरकार गिर जाएगी लेकिन वास्तविकता यह है कि हम सात महीने से सरकार चला रहे हैं. यहां तक कि शरद पवार ने भी उद्धव ठाकरे से कहा है कि हमारी सरकार नहीं गिरेगी. सभी आएंगे और शामिल होंगे. आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र के लोग जानते हैं कि शिंदे कैसे "असंवैधानिक" सरकार चला रहे हैं, जो "कई दिनों तक नहीं चलेगी." शरद पवार टीम उद्धव ठाकरे की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख हैं.
आज भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
उद्धव ठाकरे और उनके शिवसेना गुट के अन्य प्रमुख नेता अपनी वफादारी को साबित करने के लिए राज्य भर के स्थानीय शिवसेना नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं. उद्धव ठाकरे का आरोप है कि एकनाथ शिंदे केवल उन विधायकों के समूह के नेता हैं, जिन्होंने पिछले साल विद्रोह में भाग लिया था, लेकिन उन्हें महाराष्ट्र के लोगों का समर्थन नहीं है. सुप्रीम कोर्ट उद्धव ठाकरे की याचिका पर सुनवाई कर रहा है, जिसमें मांग की गई है कि एकनाथ शिंदे के शिवसेना पर कब्जे को अवैध माना जाए. कल एक बेनतीजा कार्यवाही के बाद इस मामले की आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है.
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