पुरानी बिल्डिंग में ही होगा शीतकालीन सत्र, नए संसद भवन निर्माण कार्य में लगेगा वक्त: सूत्र

नया भवन त्रिभुज के आकार का होगा और भवन में 888 लोकसभा सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी. संयुक्त सत्र में इसे 1224 सदस्यों तक बढ़ाने का विकल्प भी रखा जाएगा.

पुरानी बिल्डिंग में ही होगा शीतकालीन सत्र, नए संसद भवन निर्माण कार्य में लगेगा वक्त: सूत्र

वर्तमान का हमारा संसद भवन ब्रिटिशों के जमाने में बना था. इसका शिलान्यास 1921 में हुआ था. 

नई दिल्ली:

संसद के शीतकालीन सत्र के पुरानी बिल्डिंग में ही होने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार नए संसद भवन का निर्माण कार्य शीतकालीन सत्र तक पूरा होने की उम्मीद कम है. पहले सरकार की ओर कहा गया था कि विंटर सेशन संसद के नए भवन में होगा. सूत्रों के अनुसार अब संसद का बजट सत्र नए भवन में होने की संभावना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जुलाई को नए संसद भवन की छत पर राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण भी किया था. उम्मीद थी कि भवन शीतकालीन सत्र का बनकर तैयार हो जाएगा. 

सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बन रहा नया संसद भवन 64,500 वर्ग मीटर में फैला होगा और इसे बनाने में कुल 971 करोड़ का खर्च आएगा. पहले संभावना थी कि इसका निर्माण कार्य अगस्त, 2022 यानी देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस तक पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन ऐसा हो न सका.

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नया भवन त्रिभुज के आकार का होगा और भवन में 888 लोकसभा सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी. वहीं संयुक्त सत्र में इसे 1224 सदस्यों तक बढ़ाने का विकल्प भी रखा जाएगा. राज्यसभा के सदन में कुल 384 सदस्य बैठ सकेंगे और भविष्य को ध्यान में रखते हुए इसमें भी जगह बढ़ाने का विकल्प रखा जाएगा. वर्तमान में लोकसभा सदन में कुल 543 सदस्य बैठ सकते हैं, वहीं राज्यसभा में कुल 245 सदस्य.

वर्तमान के संसद भवन को मॉडर्न कम्युनिकेशन और भूकंपरोधी सुरक्षा व्यवस्था के साथ अपग्रेड नहीं किया जा सकता क्योंकि इससे इस 93 साल पुराने भवन को नुकसान पहुंच सकता है. वर्तमान का हमारा संसद भवन ब्रिटिशों के जमाने में बना था. इसका शिलान्यास 1921 में हुआ था. 

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