G20 शिखर सम्मेलन के सभी सत्रों के केंद्र में है 'वसुधैव कुटुम्बकम' की थीम

बंटी हुई दुनिया में तमाम चुनौतियों के बीच भारत की लगातार कोशिश है कि सबको साधकर चला जाए, सबको साथ लेकर चला जाए

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:

भारत ने अपनी अध्यक्षता में हो रहे इस जी20 आयोजन की थीम दी है- 'वसुधैव कुटुम्बकम' या वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर... संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस थीम की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा है कि भारत को जी20 की अध्यक्षता एक ऐसे समय मिली जब दुनिया बहुत बंटी हुई है. उन्होंने सबको साथ लेकर चलने की भारत की कोशिशों की भी सराहना की. जी20 शिखर बैठक के तीन सत्रों का नाम भी इसकी थीम के आधार पर ही रखा गया है.

वन अर्थ वाले सेशन में सभी जी20 नेताओं या उनके प्रतिनिधियों को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा. इसमें मुख्य तौर पर जलवायु परिवर्तन, संपोषणीय विकास यानि कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट आदि पर चर्चा होगी.

जी20 परिवार का घेरा बड़ा करने पर होगी चर्चा

वन फैमिली और वन फ़्यूचर वाले सत्रों में जो भी नेता या प्रतिनिधि बोलना चाहें उनको मौका मिलेगा. गैर आधिकारिक जानकारी के मुताबिक वन फैमिली वाले सत्र में मुख्य तौर पर जी20 परिवार का घेरा बड़ा करने संबंधी चर्चा होगी. इसमें ग्लोबल साउथ के देशों के हितों की तो बात होगी ही साथ ही अफ़्रीकी यूनियन को जी20 में शामिल करने के भारत की पेशकश पर भी चर्चा होने की उम्मीद है. 

Advertisement

अफ़्रीकी देशों में अभी सिर्फ़ दक्षिण अफ़्रीका जी20 का सदस्य है. अफ़्रीकी यूनियन को शामिल कर लिए जाने के बाद 55 देशों का ये ब्लॉक इस ग्रुपिंग का हिस्सा बन जाएगा. ये सभी ग्लोबल साउथ के देश हैं तो ज़ाहिर है कि ग्लोबल साउथ को इससे एक नया फोरम और नई ताक़त मिलेगी.

Advertisement

यूक्रेन-रूस युद्ध के साए में दूसरा जी20

वन फ़्यूचर वाले सत्र में मौजूदा संकटों से निपटने के लिए क्या कुछ किया जाए, यह प्रमुख मुद्दा रहेगा. यह दूसरा जी20 है जो यूक्रेन-रूस युद्ध के साए में हो रहा है. हालांकि जी20 आर्थिक फोरम है और रूस जैसे देश की राय है कि इससे जियो पॉलिटिकल मुद्दों को अलग रखा जाना चाहिए. लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर खराब असर डाला है. रूस और यूक्रेन दोनों अनाज और ऊर्जा के बड़े उत्पादक और निर्यातक देश हैं. युद्ध की वजह से अनाज और ऊर्जा के निर्यात पर असर पड़ा है. ग्लोबल सप्लाई चेन टूटी है. तो इस तरह की चुनौतियों के बीच सबके बेहतर भविष्य के उपायों पर बात होनी है. 

Advertisement

सदस्य देशों की सहमति पर आएगा दिल्ली घोषणा पत्र

आज भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने बताया कि नई दिल्ली घोषणा पत्र लगभग तैयार है. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने इस पर आम सहमति की उम्मीद जताई. हालांकि ये भी जोड़ा गया है कि तमाम सदस्य देशों के प्रमुख इस पर एक राय होंगे तभी यह जारी होगा. तो तमाम चुनौतियों के बीच भारत की लगातार कोशिश है कि सबको साधकर चला जाए... सबको साथ लेकर चला जाए. वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ़्यूचर की थीम की यही कामयाबी होगी.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Mumbai: Aapla Dawakhana में क्यों नहीं हो रहे Free Test, NDTV की पड़ताल | BMC
Topics mentioned in this article