दिमाग कैसे गिनता है आपके कदम? वैज्ञानिकों ने खोजा वह 'Neural Code' जो दूरी मापता है, अल्जाइमर के इलाज में मिलेगी बड़ी मदद

वैज्ञानिकों ने पहली बार यह खोजा है कि हमारा मस्तिष्क (हिप्पोकैम्पस) केवल जगहों को याद नहीं रखता, बल्कि यह एक 'ओडोमीटर' की तरह हमारे द्वारा तय की गई दूरी को भी मापता है.

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दिमाग का अपना 'GPS' और अनोखा 'Neural Code': आखिर कैसे अंधेरे में भी दूरी का सटीक हिसाब रखता है हमारा मस्तिष्क? रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा
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Delhi News: आपने कभी सोचा है कि घने अंधेरे में भी आप अपने कमरे के दरवाजे तक बिना टकराए कैसे पहुंच जाते हैं? या आपको कैसे पता चलता है कि आप कितनी दूर चल चुके हैं? वैज्ञानिकों ने अब दिमाग के उस गुप्त 'ओडोमीटर' को डिकोड कर लिया है जो हमारी तय की गई दूरी का हिसाब रखता है.

मैक्स प्लैंक फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट फॉर न्यूरोसाइंस के रिसर्चर्स ने चूहों पर की गई एक स्टडी में उस 'न्यूरल कोड' को खोज निकाला है, जो हमें बिना किसी विजुअल सिग्नल (निशान) के नेविगेट करने में मदद करता है.

जानिए चूहों पर किस तरह की गई रिसर्च

मस्तिष्क का हिप्पोकैम्पस हिस्सा अब तक केवल याददाश्त (Memory) और स्थान (Place) की पहचान के लिए जाना जाता था. लेकिन नेचर कम्युनिकेशंस में छपी इस रिसर्च ने एक नई परत खोल दी है. वैज्ञानिकों ने चूहों को एक 'वर्चुअल रियलिटी' (VR) वातावरण में दौड़ाया जहां कोई लैंडमार्क या निशान नहीं थे. चूहों को सिर्फ अपनी चाल और कदमों के भरोसे दूरी का अंदाजा लगाकर इनाम तक पहुंचना था.

कैसे काम करता है यह 'डिस्टेंस काउंटिंग' सिस्टम?

रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों ने न्यूरॉन्स की गतिविधि में दो अनोखे 'रैंपिंग पैटर्न' (Ramping Patterns) देखे. जैसे ही चूहा चलना शुरू करता, न्यूरॉन्स का एक समूह तेजी से सक्रिय हो जाता, जो 'डिस्टेंस-काउंटिंग' प्रक्रिया को ट्रिगर करता. जैसे-जैसे चूहा आगे बढ़ता, न्यूरॉन्स का दूसरा समूह धीरे-धीरे अपनी गतिविधि बढ़ाता (Ramping up). यह गतिविधि चूहे द्वारा तय की गई दूरी के सीधे अनुपात में थी.

यह पहली बार है जब साबित हुआ है कि दिमाग दूरी को मापने के लिए 'प्लेस-बेस्ड कोडिंग' के अलावा एक अलग न्यूरल कोड का उपयोग करता है.

अल्जाइमर के इलाज में क्यों है यह 'ब्रेकथ्रू'?

यह खोज केवल विज्ञान की जिज्ञासा शांत करने के लिए नहीं है, बल्कि अल्जाइमर (Alzheimer's) जैसी गंभीर बीमारी के इलाज की दिशा में एक बड़ी उम्मीद है. अल्जाइमर के शुरुआती लक्षणों में से एक है—'स्थानिक भटकाव' (Spatial Disorientation) है. मरीज अक्सर परिचित रास्तों पर खो जाते हैं या उन्हें यह अंदाजा नहीं रहता कि वे कितनी दूर आ गए हैं.

वरिष्ठ लेखक यिंगक्सू वांग के अनुसार, 'दूरी और समय को मापने की क्षमता अल्जाइमर में सबसे पहले खत्म होती है. इस सर्किट को समझने से हम बीमारी की जल्द पहचान (Early Diagnosis) और नए उपचार विकसित कर सकेंगे.'

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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