माकपा ने कांग्रेस के साथ वार्ता विफल होने के बाद 17 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की

माकपा नेता ने कहा, ''इन हालात में जब कोई अन्य विकल्प नहीं है तो हमने अकेले मैदान में उतरने का निर्णय किया है. हमने बुधवार को हुई राज्य कमेटी की बैठक में कई मुद्दों पर गहनता से चर्चा की. हमें 24 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से प्रस्ताव मिले थे. लेकिन पदाधिकारियों ने 17 सीटों की पहली सूची के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया.''

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प्रतीकात्मक तस्वीर

हैदराबाद: तेलंगाना में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की इकाई ने कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन को लेकर वार्ता विफल होने के बाद 17 सीटों पर उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जहां 30 नवंबर को चुनाव होगा. तेलंगाना में माकपा के सचिव टी. वीरभद्रम ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अब तक सीट बंटवारे पर वे कांग्रेस की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे थे. लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. 

माकपा नेता ने कहा, ''इन हालात में जब कोई अन्य विकल्प नहीं है तो हमने अकेले मैदान में उतरने का निर्णय किया है. हमने बुधवार को हुई राज्य कमेटी की बैठक में कई मुद्दों पर गहनता से चर्चा की. हमें 24 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से प्रस्ताव मिले थे. लेकिन पदाधिकारियों ने 17 सीटों की पहली सूची के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया.''

उन्होंने कहा कि सूची में उम्मीदवारों की संख्या 20 तक हो सकती हैं, वहीं जारी की गई सूची में एक या दो संशोधन हो सकते हैं. वीरभद्रम ने कहा कि अगर भाकपा भी कांग्रेस के साथ समझौता नहीं कर पाती है तो सूची में कुछ और परिवर्तन हो सकते हैं. पार्टी का मुख्य उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) उम्मीदवारों को हराना है और लोगों से विधानसभा में प्रतिनिधित्व के लिए वामपंथी दलों को वोट देने का अनुरोध करना है जिससे वे गरीब लोगों की आवाज उठा सकें.

माकपा नेता ने कहा कि अन्य सीटों पर जहां भी भाजपा के जीतने की संभावना है, माकपा लोगों से मजबूत प्रमुख दावेदार यानी कांग्रेस या भारत राष्ट्र समिति को वोट देने का अनुरोध करेगी.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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