तेलंगाना राष्ट्र समिति (Telangana Rashtra Samithi)का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (Bharat Rashtra Samithi) करने को केंद्रीय चुनाव आयोग ने मंजूरी दे दी है. पार्टी प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) ने चुनाव आयोग द्वारा भेजे गए पत्र पर हस्ताक्षर किए. इसके बाद केसीआर ने पार्टी मुख्यालय में बीआरएस का झंडा फहराकर पार्टी का नाम बदले जाने की आधिकारिक घोषणा की. केसीआर ने ये भी बताया कि 14 दिसंबर को दिल्ली में बीआरएस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय का शुभारंभ होगा. इसी दिन बीआरएस पार्टी की राष्ट्रीय गतिविधियां शुरू होंगी.
बीआरएस पार्टी का आधिकारिक कार्यक्रम पार्टी मुख्यालय तेलंगाना भवन में आयोजित किया गया. पार्टी प्रमुख सीएम केसीआर ने बीआरएस पार्टी के आधिकारिक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और फिल्म अभिनेता प्रकाश राज कार्यक्रम में उपस्थित थे. इस अवसर पर भारी संख्या में एमएलए, एमएलसी, सांसद, मंत्री सहित पार्टी नेता व किसान नेताओं ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
पार्टी की बैठक के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा, 'बीआरएस पार्टी का झंडा फहराकर बहुत खुश हूं और सभी को शुभकामनाएं देता हूं. आज हमारे पार्टी के 60 लाख सदस्य हैं. एमएलए, एमएलसी, सांसद, मंत्री, सभापति और सरपंच के रूप में लाखों नेतृत्व तैयार किए गए हैं. कोरोना के संकटकाल में पूरा देश आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है, लेकिन तेलंगाना राज्य वित्तीय अनुशासन के साथ खड़ा रहा है. अगर भारत के लोग अवसर दें तो दो साल में बीआरएस पार्टी देश भर के दूरदराज के गांवों में पहुंच जाएगी.'
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि 14 दिसंबर को दिल्ली में बीआरएस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय का शुभारंभ होगा. इसी दिन बीआरएस पार्टी की राष्ट्रीय गतिविधियां शुरू होंगी. पार्टी के सभी नेता 13 तारीख की शाम तक दिल्ली पहुंच जाएं. हमारा अपना बीआरएस भवन अगले तीन महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा. वहीं, से पूरा काम काज शुरू किया जा सकता है. मैं कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के राष्ट्रीय किसान संघों के नेताओं और बुद्धिजीवियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस बैठक में अतिथि के रूप में भाग लिया.
मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि आगामी कर्नाटक चुनाव में हम जेडीएस पार्टी को पूरा समर्थन देंगे और प्रचार में हिस्सा लेंगे. हमारे राज्य की सीमा पर स्थित कर्नाटक के चुनाव में सांसद और विधायक भाग लें और जेडीएस पार्टी को जीत दिलाएं और कुमारस्वामी को फिर से मुख्यमंत्री बनाएं. हमें विश्वास है कि ईश्वर की कृपा और हमारी दृढ़ता से वह फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे. बीआरएस का राष्ट्रीय राजनीतिक उत्कर्ष कर्नाटक से ही शुरू होगा.
केसीआर ने कहा कि हम हर साल 25 लाख परिवारों को दलितबंधु प्रदान कर सकते हैं. बीआरएस देश में नई सोच की दिशा में नवीन प्रगति का रुझान पैदा करने का काम करेगी. देश समान अधिकारों से संपन्न होना चाहिए. शासन में तानाशाही खत्म होनी चाहिए. संघीय भावना को कायम रखना होगा. दलित, बहुजन और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए विशेष गतिविधियों को लागू किया जाना चाहिए.
सीएम केसीआर ने कहा कि कई वर्षों तक शासन करने वाले केंद्रीय शासकों की विफलताओं को सुधारते हुए इस देश के व्यापक विकास और कई क्षेत्रों में गुणात्मक विकास हासिल करने के लिए राष्ट्रीय नीतियां बनाना आवश्यक है. कृषि प्रधान भारत में कृषि क्षेत्र की दिन प्रतिदिन उपेक्षा की जा रही है. इस पृष्ठभूमि में इस देश को एक नई कृषि नीति की आवश्यकता है. दुनिया के किसी भी अन्य देश के पास उत्कृष्ट जल संसाधन, कृषि योग्य भूमि, समशीतोष्ण जलवायु नहीं है. हमारे पास जो सुविधाएं हैं, उससे भारत को दुनिया का सबसे बड़ा फूड चेन देश बनना चाहिए था.
मुख्यमंत्री केसीआर के साथ परिषद के अध्यक्ष गुट्टा सुखेंदर रेड्डी, योजना आयोग के उपाध्यक्ष बोइनपल्ली विनोद कुमार, राज्य मंत्री केटीआर, हरीश राव, वेमुला प्रशांत रेड्डी, श्रीनिवास गौड़, राज्यसभा और लोकसभा पार्टी के नेता के. केशवराव, नागेश्वर राव, जे संतोष कुमार, राज्यसभा और लोकसभा सदस्य, एमएलसी, विधायक, विभिन्न राज्यों के राष्ट्रीय किसान संघ के नेता, हरियाणा के गुरनाम सिंह, ओडिशा के अक्षय कुमार, हिमांशु व अन्य नेताओं ने भाग लिया.
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