देर रात पटना में तेजस्वी यादव ने किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों को दिए सुधार के निर्देश

रैन बसेरों का लाभ पाने के लिए प्रक्रिया को एकदम सरल बनाने को भी कहा गया ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें. ज़रूरी सामान रखने के लिए सभी लोगों के लिए अलग-अलग बक्से की व्यवस्था करने का निर्देश है.

विज्ञापन
Read Time: 19 mins
तेजस्वी यादव ने राजधानी पटना के अलग-अलग इलाक़ों में बने रैन बसेरों का निरीक्षण किया.
पटना:

मंगलवार की देर रात उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजधानी पटना के अलग-अलग इलाक़ों में बने रैन बसेरों का निरीक्षण किया. कुछ कमियां मिलीं तो अधिकारियों को तत्काल इसमें सुधार के आदेश दिए. तेजस्वी यादव ने इस निरीक्षण को लेकर ट्वीट भी किया. ट्वीट में लिखा, "कड़ाके की सर्दी हमारे ग़रीब भाइयों के लिए समस्या उत्पन्न न करे, इसलिए हमारी सरकार ने रैन बसेरों और निःशुल्क अस्थायी आश्रय स्थलों के इंतजाम किए हैं. कल देर रात इन्हीं रैन बसेरों व अस्थायी आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण किया."

आश्रय स्थलों में कैसी है व्यवस्था?

आश्रय स्थलों में गरीबों के सोने के लिए बिस्तर और कंबल की व्यवस्था की गई है. रैन बसेरों को आसपास के शौचालयों के साथ जोड़ा गया है, जहां आसपास शौचालय नहीं है, वहां अलग से शौचालयों की व्यवस्था की गई है. सभी में स्वच्छ पेयजल की उचित व्यवस्था है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी का भी इंतजाम किया गया है. 

Advertisement

तेजस्वी ने इन सुधारों के दिए निर्देश

मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स और वाई-फाई की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है. ज़रूरी सामान रखने के लिए सभी लोगों के लिए अलग-अलग बक्से की व्यवस्था करने का निर्देश है.अग्निशमन उपकरणों की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. जो लोग, अपने रिक्शा, ठेलों अथवा अन्य वाहनों की सुरक्षा को लेकर चिंता में इन आश्रय स्थलों का लाभ नहीं ले पा रहे हैं, उनके लिए अलग से व्यवस्था की जा रही है.आश्रय स्थलों की लगातार संख्या बढ़ाई जा रही है. रैन बसेरों का लाभ पाने के लिए प्रक्रिया को एकदम सरल बनाने को भी कहा गया ताकि अधिक से अधिक इसका लाभ उठा सकें. 

Advertisement

यह भी पढ़ें-

चीन-अमेरिका में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद केंद्र सतर्क, राज्यों को दिए जीनोम सीक्वेंसिंग के निर्देश
पाकिस्तान सेना ने TTP के 33 आतंकियों को किया ढेर, 40 घंटे चले ऑपरेशन में 2 कमांडो की भी मौत
तालिबान ने अफगान लड़कियों के लिए विश्वविद्यालय में शिक्षा पर लगाया प्रतिबंध

Advertisement
Featured Video Of The Day
23 साल बाद Doordarshan पर खबर पढ़ने का कैसा रहा अनुभव Anchor Shammi Narang ने NDTV को बताया