अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प मामले को लेकर आज संसद में हंगामा हुआ. विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है. दरअसल अरुणाचल के तवांग में भारत-चीन सैनिकों की झड़प के मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कल बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि, भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को LAC से खदेड़ा था. रक्षा मंत्री के बयान से असंतुष्ट कांग्रेस का दोनों सदनों से वॉकआउट कर दिया था.
हम प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण चाहते हैं: आप
चीनी अतिक्रमण पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के वॉकआउट पर एनडीटीवी से आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि डोकलाम और गलवान के बाद चीनी सैनिकों ने तवांग सेक्टर में अतिक्रमण किया है. गलवान की घटना के बाद भारत सरकार ने चीन पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे लेकिन अब एक बार फिर चीन के साथ हमारा व्यापार बढ़ा है. चीन से आयात करीब 31% तक बढ़ा है. हम प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण चाहते हैं. चीनी दस्तावेजों को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.
प्रधानमंत्री गंभीर सवालों का जवाब दें: कांग्रेस
चीनी अतिक्रमण पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस के वॉकआउट पर एनडीटीवी से कांग्रेस सांसद सैयद नासर हुसैन ने कहा कि चीनी सर्किट के मसले पर राज्यसभा में चर्चा की मांग को लेकर 17 विपक्षी पार्टियों ने वॉकआउट किया. हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री चीनी प्रश्नों को लेकर उठ रहे हैं गंभीर सवालों के जवाब संसद में दें. रक्षा मंत्री में सिर्फ दो पैराग्राफ का जवाब दिया जो नाकाफी है.
लोकसभा से कांग्रेस ने किया वॉकआउट
लोकसभा से चीन के मुद्दे पर सरकार द्वारा चर्चा ना कराए जाने पर कांग्रेस ने वॉकआउट किया
एनसीपी सांसद ने उठाया मुद्दा
एनसीपी सांसद फौजिया खान ने आज राज्यसभा में चीनी अतिक्रमण का मामला उठाया और कहा कि यह मसला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला है. इसे उठाने की इजाजत दी जानी चाहिए . राज्यसभा के उपसभापति ने इसकी इजाजत नहीं दी
विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट किया
तवांग के मुद्दे पर विपक्ष के चर्चा ना कराए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस समेत ज्यादातर विपक्षी सदस्यों ने आज राज्सभा से वॉकआउट किया.
विपक्षी नेताओं की मुलाकात
संसद सत्र से पहले, विपक्षी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कक्षों में मुलाकात की और इस बैठक में अलग-अलग मुद्दों को लेकर सरकार से सवाल पूछने, उसे जवाबदेह बनाने और घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई.