भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ओर से भारत मंडपम में चार और पांच अक्टूबर को स्वावलम्बन 2023 का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान नौसेना के सहयोग से बने स्टार्टअप अपने प्रोडक्ट पेश करेंगे. यह पूरी तरह स्वदेशी कंपनियां हैं. इनमें से कोई पानी के अंदर काम करने वाला ड्रोन बना रहा है तो कोई फायर फाइटिंग सूट.
नौसेना के सह सेना प्रमुख वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह ने कहा कि, पिछले साल हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से यह टास्क मिला था. आजादी के अमृत काल में 75 नए तकनीक /प्रोडक्ट लाना है. हमें यह गर्व है कि हमने यह लक्ष्य लगभग पूरा कर लिया है. कुछ प्रौद्योगिकी को प्रोडक्ट में बदलने की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने कहा कि, यह एक जटिल काम है. उत्पाद का हर मौसम में ट्रायल होता है. फिर उसे परखा जाता है, देखा जाता है कि यह किस स्तर का है.
नौसेना के मुताबिक अब तक ये प्रोडक्ट विश्व स्तरीय रहे हैं. करीब 1,500 करोड़ के 12 उत्पादों को एओएन मिल गया है. आने वाले महीनों में अन्य 1,500 करोड़ के सैन्य हार्डवेयर के लिए मंजूरी मिलने की उम्मीद है.
वाइस एडमिरल सिंह ने कहा कि पिछले साल 75 तकनीक/प्रोडक्ट के लिए करीब 1100 प्रस्ताव मिले थे जिसमें से केवल 118 कंपनियों का चयन किया गया. बाकी के प्रोडक्ट भी जल्द आ जाएंगे जो ना केवल नौसेना की जरूरतों को पूरा करेंगे बल्कि हमारी दूसरी सेनाओं व अर्धसैनिक बलों की उम्मीदों पर भी खरे उतरेंगे.