दिल्ली भाजपा ने शनिवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ‘नाटक'' करके अपनी सरकार के ‘घोटालों' से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं और शायद उन्हें डर है कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तरह उन्हें भी जेल जाना पड़ सकता है. इससे पहले दिन में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि जांच एजेंसियां आबकारी मामले में आरोपियों को प्रताड़ित करके और धमका कर उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही हैं. केजरीवाल को कथित शराब घोटाले में सीबीआई के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल अतीक जैसे गैंगस्टर की भाषा बोल रहे हैं और अपनी सरकार के घोटालों से ध्यान भटकाने के लिए नाटक कर रहे हैं. वह तर्क देकर जांच एजेंसियों के सवालों से बचने की भी कोशिश कर रहे हैं.''
सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार के शराब घोटाले और जल बोर्ड की 'लूट' के राज खुल रहे हैं तथा जैसे दिया बुझने से पहले तेजी से जलता है, आम आदमी पार्टी उसी तरह कर रही है.
सचदेवा ने कहा, ‘‘आज सुबह हम सबने गैंगस्टर अतीक अहमद को पुलिस से यह कहते हुए सुना कि पहले वह फोन लाओ जिससे उसने बात की थी और फिर वह बताएगा कि उसने किससे बात की थी. उसी तर्ज पर, आज दोपहर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले घोटाले के 100 करोड़ रुपये लाओ और तब वह स्वीकार करेंगे कि घोटाला हुआ या नहीं.''
केजरीवाल ने पहले कहा था कि जांच एजेंसियों ने कथित शराब घोटाले में 100 करोड़ रुपये के घूस का दावा किया था लेकिन एक पैसा या कोई अन्य सबूत पेश करने में विफल रहीं.
सचदेवा ने कहा कि आप प्रवक्ता केजरीवाल की तुलना भगवान कृष्ण से कर रहे हैं और उन्हें एक राष्ट्रवादी के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि देश की जनता केजरीवाल के भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल उठाने और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के बजाय अस्पताल बनाने के उनके सुझाव को भूली नहीं है.
सचदेवा ने केजरीवाल से सवाल किया, ‘‘सीबीआई जांच की सिफारिश किये जाने के बाद उन्होंने शराब नीति वापस क्यों ली? शराब माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए नीति के तहत 144 करोड़ रुपये माफ क्यों किए गए? उन्हें यह भी जवाब देना चाहिए कि क्या नीति को उनके आवास पर हुई बैठक में बदला गया था.'' उन्होंने कहा कि जब तक वह जवाब नहीं देते, तब तक उन्हें प्रतिदिन 100 पत्र भेजे जाएंगे.
भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने कहा, ‘‘उन्हें हमें मिलने का समय देना चाहिए. मैं सभी सबूतों के साथ भ्रष्टाचार साबित करूंगा. भ्रष्टाचार के आरोप साबित होने पर क्या केजरीवाल राजनीति छोड़ देंगे?''
वर्मा ने कहा कि केजरीवाल डरे हुए हैं क्योंकि शायद उन्हें एहसास हो गया है कि जेल जाने की बारी अब उनकी है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल ने अपने पास एक भी विभाग नहीं रखा, न ही किसी फाइल पर हस्ताक्षर किए, परोक्ष तौर पर इससे यह पता चलता है कि वह कथित भ्रष्टाचार के बारे में जानते थे.
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