मंगोलिया की यात्रा पर गए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को वहां पर अनोखी भेंट मिली. मंगोलिया की संसद के स्पीकर जंडनशतर ने ओम बिरला को घोड़ा भेंट किया. बिरला ने घोड़े का नाम विक्रांत रखा है. बिरला के नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय शिष्टमंडल अभी मंगोलिया की तीन दिवसीय यात्रा पर है.
मंगोलियाई घोड़े दुनिया में बेहद विशेष माने जाते हैं. मंगोलिया में घोड़ों और नीले आकाश को बेहद पवित्र माना जाता है. घोड़ा बेहद खास मेहमानों को भेंट किया जाता है. इससे पहले पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी वहां घोड़ा भेंट किया गया था.
मंगोलिया में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को शनिवार को स्टेट ग्रेट खुराल (मंगोलिया की संसद) के स्पीकर जी जंडनशतर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक घोड़ा उपहार में दिया.एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है कि उपहार स्वरूप मिले घोड़े का नाम ‘‘विक्रान्त'' रखा गया है.
लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार ओम बिरला ने इस घोड़े को 'विक्रान्त' नाम दिया है. बिरला ने इस अवसर पर कहा कि सदियों से भारत और मंगोलिया के बीच सभ्यतागत, ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि बौद्ध धर्म की साझा विरासत ने दोनों देशों के बीच पारंपरिक संबंधों को मजबूत किया है. उन्होंने साथ ही कहा कि भगवान बुद्ध की 'कर्मभूमि' के रूप में भारत मंगोलिया में बौद्ध विरासत के संरक्षण के लिए पूर्ण रूप से सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है.
बिरला आज गैंडनटेगचेनलिंग मठ गए.गैंडनटेगचेनलिंग मठ मंगोलिया में बौद्ध धर्म का मुख्य केंद्र है. यह मठ अपने विभिन्न पारंपरिक मतों के माध्यम से भिक्षुओं के साथ ही आम छात्रों को भी धार्मिक और समकालीन शिक्षा प्रदान करता है.
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने गैंडनटेगचेनलिंग मठ के खंबा नोमुन खान को भारत और मंगोलिया के बीच आध्यात्मिक संबंधों बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2022 का आईसीसीआर बौद्ध पुरस्कार प्रदान किया. बिरला ने कहा कि तथागत बोधिसत्व द्वारा दिया गया करुणा, दया, अहिंसा और सहिष्णुता का संदेश पेथुब मठ के माध्यम से निरंतन मानव चेतना का मार्गदर्शन करता रहेगा.
बिरला ने पेथुब मठ का दौरा किया. उन्होंने मठ में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए. उन्होंने कहा कि गांधी जी द्वारा दिया गया अहिंसा और सद्भाव का संदेश अभी भी पूरी दुनिया के लिए आशा की किरण है.
बयान के अनुसार, मंगोलिया की तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन बिरला ने मिनी नादाम उत्सव देखा . यह मंगोलिया का सबसे लोकप्रिय त्योहार है जिसमें घुड़दौड़, कुश्ती और तीरंदाजी के तीन पारंपरिक खेलों के साथ ही सदियों पुरानी मंगोलियाई परंपराओं, कलाओं, राष्ट्रीय व्यंजन, शिल्प कौशल और सांस्कृतिक गतिविधियों की झलक भी मिलती है .
बिरला ने स्टेट ग्रेट खुराल (मंगोलिया की संसद) के स्पीकर जी जंडनशतर के साथ दोनों संसदों के बीच सहयोग को और मजबूत करने और विस्तार करने के लिए के एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
(इनपुट भाषा से भी)