भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की जगह अब 1983 वर्ल्ड कप चैंपियन टीम के सदस्य रहे पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी को बीसीसीआई का नया अध्यक्ष बनाया गया है. इसके बाद गांगुली को पद से हटाए जाने को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी खूब हो रही है. टीएमसी खुलकर सौरव गांगुली के समर्थन में उतर आयी है. एनडीटीवी से बात करते हुए टीएमसी के सांसद डॉक्टर शांतनु सेन ने आरोप लगाया कि बीजेपी ज्वाइन नहीं करने की वजह से सौरव गांगुली को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया.
टीएमसी सांसद ने एनडीटीवी से कहा, "सौरव गांगुली वो हैं जिन्होंने टीम इंडिया का कॉन्सेप्ट लाया. जिन्होंने इंडियन टीम को वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाया. जो बीसीसीआई के इतने सक्षम प्रेसिडेंट थे. उनकी खराबी सिर्फ यही थी कि उन्होंने बीजेपी ज्वाइन नहीं किया. वो तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी के खिलाफ उम्मीदवार नहीं बने. पश्चिम बंगाल गवर्नमेंट के प्रोग्राम में ममता बनर्जी के साथ स्टेज शेयर किया."
डॉक्टर शांतनु सेन ने मनोरंजन भारती से बात करते हुए आगे कहा कि सौरव गांगुली की खराबी सिर्फ इतनी थी कि गृह मंत्री अमित शाह के उनके घर में डिनर करने के बावजूद भी उन्होंने बीजेपी ज्वाइन करने से इंकार कर दिया.
इसलिए जब कोर्ट ने फैसला दिया कि अमित शाह का लड़का जय शाह और सौरव गांगुली दोनों बरकरार रह सकते हैं तो सौरव गांगुली को निकाल दिया.
सांसद ने कहा कि अमित शाह के बेटे ने शायद ही कभी क्रिकेट बैट और बॉल पकड़ा होगा, लेकिन उनको वहीं रख लिया. वहीं बीजेपी विधायक को बीसीसीआई का ट्रेजरर और अनुराग ठाकुर के भाई को आईपीएल का चेयरमैन बनाकर बीसीसीआई को राजनीति का हिस्सा बना दिया. ये सिर्फ एक पॉलिटिकल वेंडेटा है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सोचा था कि सौरव गांगुली को पार्टी ज्वाइन कराएंगे, और फिर बोलेंगे कि ममता बनर्जी के खिलाफ उम्मीदवार बनो. जब देखा कि उन्होंने इसे रिफ्यूज कर दिया तो बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटा दिया.
शांतनु सेन ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्राइम मिनिस्टर को रिक्वेस्ट किया है कि सौरव गांगुली को आईसीसी के लिए कंसीडर किया जाए. हमें उम्मीद है कि पीएम इसमें इंटरफेयर करेंगे. उन्होंने कहा कि जय शाह जब सेकंड टाइम सेक्रेटरी बन सकते हैं, अनुराग ठाकुर के भाई आईपीएल चेयरमैन बन सकते हैं तो सौरव गांगुली को किस वजह से पद से हटाया गया ये सबको पता चल गया.
उन्होंने कहा कि गुजरात के ब्रांड एम्बेसडर अमिताब बच्चन क्यों हैं? इसका जवाब नरेंद्र मोदी दे सकते हैं. सौरव गांगुली बंगाल के हर एक आदमी के दिल में हैं और उनका इस बार भी ग्लोरियस कमबैक होगा.