- तेलंगाना की दो महिला पत्रकारों ने गिरफ्तारी के डर से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.
- तेलंगाना CM के खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट मामले में महिला पत्रकार ने राहत की मांग की है.
- इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को तत्काल सुनवाई के लिए सहमति जताई है.
तेलंगाना की दो महिला पत्रकारों ने गिरफ्तारी के डर से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलिस कार्रवाई का सामना कर रही पत्रकारों ने सुप्रीम कोर्ट से राहत की मांग की है. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को तत्काल सुनवाई के लिए सहमति जताई है. तेलंगाना हाई कोर्ट ने सोमवार को ही गिरफ्तारी से संरक्षण की याचिका खारिज कर दी थी.
दोनों महिला पत्रकारों को मार्च में हिरासत में लिया गया था, लेकिन उन्हें मार्च में ही जमानत मिल गई. मार्च 2025 में मजिस्ट्रेट ने पुलिस हिरासत रद्द कर दी और जमानत दे दी थी.
पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश
इसके बाद तेलंगाना सरकार ने सत्र न्यायालय में जमानत को चुनौती दी. सात महीने बाद सत्र न्यायालय ने पत्रकार को पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया. गिरफ्तारी के डर से दोनों पत्रकारों ने उस आदेश के खिलाफ तेलंगाना हाई कोर्ट का रुख किया, लेकिन सोमवार को तेलंगाना हाई कोर्ट ने पत्रकारों की याचिका खारिज कर दी.
हाई कोर्ट में सत्र न्यायालय का आदेश बरकरार
हाई कोर्ट ने सत्र न्यायालय के आदेश को बरकरार रखा है. अब पुलिस पत्रकार को गिरफ्तार कर सकती है. इसी को लेकर हाई कोर्ट के फैसले को पत्रकारों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.