बिहार के चंपारण की एक 18 वर्षीय लड़की ने अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या कर ली. लड़की के माता-पिता उससे मिलने आए थे और उसके लिए एक और छात्रावास की तलाश कर रहे थे. लड़की जिस हॉस्टल में रह रही थी, उसका खाना उसे पसंद नहीं था. छात्रा शेम्बुल प्रवीण ने राजस्थान के कोटा स्थित हॉस्टल में एक साल पहले ही एडमिशन लिया था. बताया जा रहा है कि वह परीक्षा में अच्छे अंक लाने के कारण दबाव में थी. विद्यार्थियों में परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने का कितना प्रेशर है, इस घटना ने एक बार फिर इस बात पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है.
हालांकि, पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन लड़की के माता-पिता ने कहा कि वह अपनी परीक्षा में कम अंक लाने से परेशान थी. साथ ही वह छात्रावास में उसे दिए जाने वाले भोजन से भी परेशान थी. उसके पिता ने कहा कि वह उसे स्थानांतरित करने के इरादे से कोटा गएए थे. शेंबुल प्रवीण को एक अन्य पेइंग गेस्ट आवास में शिफ्ट करने की व्यवस्था हो रही थी, जहां वह अपनी मां के साथ रहे.
शेम्बुल प्रवीण 4 भाई-बहनों में सबसे छोटी थीं और पिता के अनुसार, वह एक मेधावी छात्रा थी. पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है. कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, इसलिए पुलिस कई अन्य एंगल से भी जांच करने में जुटी हुई है.