कहां से आता है सुहागनों की मांग में सजने वाला सिंदूर? बनाने से लेकर लाल रंग की कहानी तक, जानें सबकुछ

Sindoor Tree: बिक्सा ओरेलाना के फल गोलाकार, अंडाकार कैप्सूल जैसे होते हैं, यह गुच्छों में आते हैं. देखने में यह सॉफ्ट कांटों से ढके लाल-भूरे रंग के नुकीले बीज जैसे दिखते हैं.

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कहानी लाल रंग के सिंदूर की.
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  • सिंदूर का प्राकृतिक स्रोत बिक्सा ओरेलाना नामक पौधा होता है जो लगभग दस फीट ऊंचा झाड़ीदार होता है.
  • यह पौधा मूल रूप से ब्राजील और अमेरिका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है. वहां यह अच्छी तरह उगता है.
  • बिक्सा ओरेलाना के लाल रंग के फलों के बीजों से प्राकृतिक सिंदूर निकाला जाता है.
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नई दिल्ली:

भारत परम्पराओं का देश है. यहां सुहाग की सबसे बड़ी पहचान सिंदूर माना जाता है.एक चुटकी सिंदूर सुहागनों की मांग का गहना और गुरूर होता है. महिलाओं को मांग में लाल सिंदूर (Vermilion) सजाए तो खूब देखा होगा लेकिन क्या कभी सोचा है कि ये सिंदूर आता कहां से है. वैसे तो आजकल बाजारों में केमिकल वाला सिंदूर आम हो गया है. लेकिन क्या आपको पता है कि असली सिंदूर कैसे बनता है. इसके सुर्ख लाल रंग की कहानी आखिर है क्या. बता दें कि एक खास विधि से इसे बनाया जाता है. इसके बारे में सबकुछ डिटेल में जानें.

कैसा होता है सिंदूर का पेड़?

सिंदूर पेड़ से बनता है. मतलब यह है कि कुमकुम ट्री यानी कि सिंदूर का पौधा होता है. इसको बिक्सा ओरेलाना, लिपस्टिक ट्री, कमाल ट्री भी कहा जाता है. 6 से करीब 10 फीट तक ऊंचा यह पौधा झाड़ीदार होता है. इस पर गुलाबी या बैगनी रंग के फूल आते हैं. इसका फल फली जैसा होता है. पकने के बाद यह भूरा या लाल हो जाता है. इसके बीज लाल रंग के होते हैं. अंग्रेजी में इसे 'अन्नाट्टो' और हिंदी में सिंदूर का पौधा कहते हैं.

बिक्सा ओरेलाना के फल गोलाकार, अंडाकार कैप्सूल जैसे होते हैं, यह गुच्छों में आते हैं. देखने में यह सॉफ्ट कांटों से ढके लाल-भूरे रंग के नुकीले बीज जैसे दिखते हैं.

सिंदूर का पौधा कहां पाया जाता है?

सिंदूर के पौधे का कनेक्शन ब्राजील और अमेरिका से है. यह पौधा मूल रूप से ब्राजील में पाया जाता है. दक्षिण और मध्य अमेरिका के अन्य क्षेत्रों में भी यह देखने को मिलता है. भारत, पेरू, मैक्सिको, इक्वाडोर, इंडोनेशिया, केन्या और पूर्वी अफ्रीका जैसे उष्णकटिबंधीय देशों में सिंदूर के पौधे को उगाया जाता है. दरअसल उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में यह पौधा अच्छी तरह फलता और फूलता है. लेकिन उत्तर भारत में यह कम ही देखने को मिलता है. जून 2025 में विश्व पर्यावरण दिवस पर पीएम मोदी ने सिंदूर के पौधे को अपने आधिकारिक आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग पर लगाया था.

सिंदूर बनता कैसे है?

बिक्सा ओरेलाना का फल गुच्छे में आता है. शरुआत में ये फल हरे रंग का होता है. पकने के बाद ये लाल हो जाता है. इन फलों के भीतर ही छोटे-छोटे सिंदूर के दाने होते हैं. इनको पीसकर सिंदूर बनाया जाता है. इसे सीधे तौर पर प्रयोग किया जा सकता है. ये सिंदूर शुद्ध होने के साथ ही हेल्थ के लिए भी अच्छा माना जाता है. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है.  बीजों की बाहरी परत से लाल-नारंगी रंग निकाला जाता है. इस रंग को सिंदूर, लिपिस्टिक जैसे सौंदर्य प्रसाधनों की चीजों में इस्तेमाल किया जाता है. खाने-पीने और दवाइयों में भी इस रंग का इस्तेमाल किया जाता है.

क्या घर में उगाया जा सकता है सिंदूर का पौधा?

सिंदूर का पौधा घर में आसानी से उगाया नहीं जा सकता है. दरअसल इसके लिए एक अलग तरह की जलवायु की जरूरत होती है. हर जगह पर यह ठीक तरह से ग्रो नहीं कर पाता है.

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