- भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला वर्तमान में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में हैं और वहां विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोग कर रहे हैं.
- इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन सोमवार रात को दिल्ली-एनसीआर के ऊपर से गुजरा, जिसे एस्ट्रोफोटोग्राफर अजय तलवार और नीलम तलवार ने कैमरे में कैद किया.
- इस स्टेशन को भारत के आसमान में 7 से 12 जुलाई तक कई बार देखा जा सकता है, जिसकी सटीक टाइमिंग और लोकेशन ऐप्स के माध्यम से ट्रैक की जा सकती है.
Shubhanshu Shukla's Axiom-4 Mission: भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इस समय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में मौजूद हैं, वहां एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं और भारत के लिए इतिहास बना रहे हैं. सोमवार, 7 जुलाई की रात जैसे ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ने भारत के ऊपर से उड़ान भरी, एस्ट्रोफोटोग्राफरों और स्पेस की दुनिया को एक्सप्लोर करने वाले शौकीनों ने अपने कैमरे आसमान की ओर कर दिए. वो अपने कैमरे की लेंस से उस इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को तस्वीरों में कैद करना चाहते थे जिसके अंदर बैठकर संभवतः शुभांशु शुक्ला ठीक उसी समय अपने देश को देख रहे होंगे.
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन एक फुटबॉल मैदान के आकार का है और वह सोमवार रात को दिल्ली-एनसीआर के ऊपर से गुजरा. अगर आप चूक भी गए तो कोई बात नहीं, आप इसे हर दिन 12 जुलाई तक देख सकते हैं. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के दिल्ली के ऊपर से गुजरने की सबसे पहली झलक प्रसिद्ध एस्ट्रोफोटोग्राफर अजय तलवार और उनकी पत्नी नीलम तलवार ने ली थी.
उन्होंने एनडीटीवी को बताया, "यह मेरे लिए बहुत गर्व का क्षण था जब मैंने NCR में फैले मानसून के बादलों के बीच से आसमां देखा. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की धुंधली चमक पश्चिमी क्षितिज पर दिखाई दी और जैसे-जैसे यह पीक पर पहुंची, यह लगातार तेज होती गई. मेरा कैमरा तैयार था और यह लगातार इस शानदार क्षण को कैद कर रहा था. मैंने प्यार से स्पेस स्टेशन की ओर हाथ हिलाया, मैं सोच रहा था कि क्या शुभांशु शुक्ला भारत को देख रहे हैं."
आसमां में कैसे देखें इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन?
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन एक दिन में पृथ्वी की कई चक्कर लगाता है और वह एक खास रास्ते (ट्रेजेक्टरी) को फॉलो करता है. आप उसको आसमां में ट्रैक भी कर सकते हैं. कई ऐप्स इसकी सटीक लोकेशन बताते हैं, जैसे NASA का स्पॉट द स्टेशन ऐप या ISS डिटेक्टर ऐप.
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन अगले कुछ दिनों में बार-बार भारत के ऊपर से उड़ान भरेगा और इसे आकाश में घूमते हुए देखा जा सकता है, जो अक्सर पांच से सात मिनट तक दिखाई देता है. भारत में इसकी दिखने की टाइमिंग यह रही:
- 8 जुलाई: सुबह 4.59 बजे से सुबह 5.05 बजे तक; शाम 7.59 बजे से रात 8.06 बजे तक; रात 9.38 बजे से रात 9.41 बजे तक
- 9 जुलाई: सुबह 4.10 से 4.16 बजे तक; रात 8.48 बजे से रात 8.53 बजे तक
- 10 जुलाई: सुबह 3.22 बजे से 3.27 बजे तक; प्रातः 4.58 से प्रातः 5.04 तक; शाम 7.59 बजे से रात 8.05 बजे तक
- 11 जुलाई: सुबह 2.34 बजे से 2.36 बजे तक; प्रातः 4.09 बजे से प्रातः 4.15 बजे तक
- 12 जुलाई: शाम 7.59 बजे से रात 8.03 बजे तक